नई दिल्ली, इंडिया विस्तार। रोहिणी जिले की कंझावला पुलिस ने कुख्यात नीरज बवानिया गैंग के 9 धर दबोचा है। इनके कब्जे से 2 पिस्टल समेत करीब आधा दर्जन हथियार और करीब 20 से ज्यादा जिंदा कारतूस बरामद किए गए है। इसके अलावा एक मर्सडीज़ बेंज समेत 3 लक्ज़री गाड़ियाँ भी जब्त की गई हैं। पुलिस से बचने और किसी को फोन करने के लिए ये सभी एक खास तरह के इंटरनेशनल कॉलिंग एप का इस्तेमाल करते थे, और हैरानी की बात है के इनसे बरामद मोबाइल फोनो में किसी तरह की कोई सिम नही मिली है।
पुलिस के मुताबिक ये लोग लग्ज़री लाइफ जीने के शौकीन थे। कंझवला थाने में तैनात कांस्टेबल हवा सिंह इलाके के जॉन्टी गांव में गश्त कर रहा था…तभी उसकी नजर इलाके में मौजूद 2 लक्सरी गाड़ियों पर पड़ी जो एक ऐसे घर के पास खड़ी थी जो काफी समय से खाली है.. और विवादित प्रॉपर्टी है। हवा सिंह ने कुछ लोगों को मकान के अंदर खड़े हुए देखा तो तुरंत अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी। फौरन कंझावला थाने की एक बड़ी टीम बनाई गई और मकान पर छापा मारा गया। जहाँ से सभी 9 बदमाश हथियारों के साथ पकड़े गए। इन्होंने पूछताछ में बताया कि ये बड़े पैमाने पर पेट्रोल पंप और आसपास के कारोबारियों को लूटने की प्लानिंग कर रहे थे।
पकड़े गए इन बदमाशों में एक का नाम विक्की है नीरज बवानिया जेल से इसी को निर्देश देता था। इसके अलावा पकड़े गए 8 बदमाशों की पहचान अरविंद, सुबेग सिंह, नीरज, दिनेश सोनी, महेश डागर, नरेश उर्फ कृष्ण, करण और अमित के रूप में हुई है करन और अमित अभी हाल ही में गैंग में शामिल हुए थे.। इनमें से कई के खिलाफ लूटपाट, हत्या और रंगदारी जैसी संगीन धाराओं में मामले दर्ज हैं । रंगदारी के लिए व्यापारियों को ये एक खास मोबाइल ऐप के जरिए कॉल करते हैं ताकि न तो इनकी लोकेशन ट्रेस न हो सके हैरानी की बात ये है कि इनसे जो मोबाइल बरामद हुए हैं उनमें कोई सिमकार्ड भी नही मिला ये आपस मे भी इसी एप के जरिये बात करते थे। यह कितने खतरनाक बदमाश है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इनमें से एक बदमाश ने पुलिस वैन के अंदर एक दूसरे गैंग के बदमाश की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। पुलिस को लंबे समय से इस गैंग के लोगों की तलाश थी।