युवा उपभोक्ताओं और वैश्विक बाजार तक पहुंचने के इरादे से तथा खादी को एक वस्त्र के रूप में लोकप्रिय बनाने और पारंपरिक व समकालीन परिधानों के लिए इसके उपयोग को प्रदर्शित करने के लिए एक प्रदर्शनी ‘अहेली खादी’ और एक फैशन शो का आयोजन खादी इंडिया द्वारा 11 सितंबर 2022 को गांधीनगर में राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (निफ्ट) के ताना रीरी ऑडिटोरियम में किया गया ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष मनोज गोयल ने समारोह में शिरकत की । फैशन शो में प्रतिष्ठित डिजाइनरों, फैशन उद्योग के सदस्यों, छात्रों और खादी संस्थानों की उपस्थिति रही । इस अवसर पर निफ़्ट, गांधीनगर के निदेशक समीर सूद, निदेशक; , एनआईडी, अहमदाबाद के निदेशक प्रवीण नाहर; निफ्ट की निदेशक तथा, सीओईक प्रो सुधा ढींगरा और जी ब्लूज़ फाउंडेशन के विप्लव ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इसके अलावा खादी संस्थानों के विभिन्न प्रतिनिधि जैसे; चंद्रकांतभाई पटेल, उद्योग भारती गोंडल; गोविंदभाई, भानल कांठा खादी ग्रामोद्योग संघ, तिवारी, वडोदरा जिला खादी ग्रामोद्योग संघ भी उपस्थित थे।
यह स्वदेशी आंदोलन का प्रतीक है, और इसकी दृढ़ता को एक ऐसे वस्त्र के रूप में स्थापित करने में अग्रणी रहा है जो अपने आप में सशक्तता और आधुनिकता दोनों लिए हुए है । यही कारण है कि इसको युवा पीढ़ी का साथ मिला है, क्योंकि यह वस्त्र परे है और पारंपरिक और समकालीन वस्त्रों की साझा उपयोग प्रदर्शित करता है, “अहेली” का मतलब शुद्ध है; जिसका प्रदर्शन फैशन शो के दौरान किया गया है ।
योग के लिए परिधान “स्वाधा” जिसे निफ्ट डिजाइनरों द्वारा डिजाइन किए गए संचार के एक प्रभावी माध्यम के रूप में स्वीकार किया गया था, फैशन शो का प्रमुख आकर्षण था।
फैशन शो का एक अन्य आकर्षण था “अहेली”; रैंप पर प्रदर्शित वस्त्र सम्पूर्ण पीढ़ी के उपभोक्ता के लिए डिजाइन करने के लिए खादी संस्थानों से मंगवाए गए थे। निफ्ट डिजाइनरों ने एथनिक, फ्यूजन, वेस्टर्न और कैजुअल लुक से लेकर परिधान और साड़ियों के 6 अलग-अलग संग्रह तैयार किए । मूल्य संवर्धन हेतु वस्त्रों में हाथ की कढ़ाई, सिलाई की डिटेलिंग और हैंड ब्लॉक प्रिंटिंग का उपयोग किया गया है। होम लिनन संग्रहों को विभिन्न वज़न और धागों के वस्त्रों के साथ डिज़ाइन किया गया था, जिसमें भारतीय शिल्प को एक अंतर्राष्ट्रीय स्वरूप प्रदान कर खादी को वैश्विक आकर्षण बनाया गया ।
शो को निफ्ट के छात्रों द्वारा डिजाइन और प्रस्तुत किया गया था, जो मॉडल के रूप में रैंप पर भी चले।
केवीआईसी के अध्यक्ष श्री मनोज गोयल ने अपने सम्बोधन में कहा कि केवीआईसी का उद्देश्य डिजाइन स्तर पर श्रेष्ठता प्रदान कर खादी को लोगों से जोड़कर इसे बढ़ावा देना और स्थापित करना है, खादी और ग्रामोद्योग आयोग घर और परिधान के क्षेत्र में गैर-बायोडिग्रेडेबल अरक्षणीय उत्पादों को बदलकर पर्यावरण के अनुकूल, टिकाऊ वस्त्र के रूप में इसके उपयोग को प्रोत्साहित करना चाहता है।