Benefits of blood donation-रक्तदान को लेकर बहुत सारी भ्रांतियां हैं। कई लोग मानते हैं कि रक्तदान से कमजोरी महसूस होती है। लेकिन सच ये है कि रक्तदान हमारी फिटनेस के लिए बहुत जरूरी होता है। रक्तदान से मिलने वाले चंद फायदों के बारे में यहां हम आपको बताने जा रहे हैं।
Benefits of blood donation in Hindi
ब्लड डोनेशन से मिलने वाले फायदो के बारे में ऐसे समझिए, एक यूनिट ब्लड में 200 एमएल आरसीबी, 100 एमएल एडिटिव सॉल्यूशन और 30 एमएल प्लाज्मा होता है। एक यूनिट ब्लड से एक यूनिट पैक्ड, एक यूनिट प्लाज्मा और एक यूनिट प्लेटलेट्स बनाया जाता है। इसीलिए रक्तदान को महादान कहा जाता है, क्योंकि एक यूनिट बल्ड डोनेट करने से तीन लोगों की जान बचाई जा सकती है।
ब्लड डोनेट करने से सबसे बड़ा लाभ यह होता है कि रक्तदान करने वाले शख्स को यह पता चल जाता है कि वह किसी बीमारी का शिकार तो नहीं है। दरअसल रक्तदान करने के बाद योग्य मेडिकल स्टाफ उस खून की जांच करता है। हेपटाइटिस बी और हेपटाइटिस सी, एचआईवी सहित अन्य संक्रमणो की जांच की जाती है और समय रहते बीमारी का पता लग जाता है। ब्लड डोनेट करने से तनाव और नकारात्मक विचार भी दूर रहते हैं। नियमित रूप से ब्लड डोनेट करने से पहले स्टोर किए गए आयरन की मात्रा में कमी आती है जिससे हार्ट अटैक का खतरा कम होता है। रक्तदान से शरीर में नई कोशिकाएं बनने में भी मदद मिलती है। रक्तदान करने के 48 घंटे के भीतर बॉडी बोनमैरो के साथ मिलकर नया ब्लड बना लेती है। 30-60 दिनों के भीतर डोनेट किया ब्लड रिप्लेस हो जाता है। रक्तदान करने वालों के कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड आदि के स्तर में कमी आती है।
ब्लड डोनर का वजन करीब 50 किलोग्राम होना चाहिए। रक्तदान करने वाला शख्स तंदुरुस्त होना चाहिए। डोनर की उम्र कम से कम 18 साल और अधिकतम 65 साल होनी चाहिए। ऐसा व्यक्ति, जिसने 3 महीने के भीतर रक्तदान न किया हो। ब्लड डोनर का ब्लड प्रेशर, तापमान और पाल्स रेट सामान्य होनी चाहिए। साथ ही हीमोग्लोबिन लेवल 12.5 होना चाहिए।