नई दिल्ली, इंडिया विस्तार ।
अधेंरा होने के बाद पेट्रोलिंग वाहनों की अधिकतम तैनाती और उपलब्धता सुनिशित करें: उपराज्यपाल
सत्यता जाचने के लिए वरिष्ठ अधिकारी औचक निरीक्षण करें उपराज्यपाल
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने अपराघ की पहचान और रोकथाम की रणनीतियों के लिए दिल्ली पुलिस की एक बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में पुलिस आयुक्त, दिल्ली, दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त और संयुक्त आयुक्त उपस्थित थे। इस संबंध में एक विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया गया। दिल्ली पुलिस ने यह बताया कि मुख्यतः वह सड़क अपराध, फायरआम्र्स, महिला सुरक्षा, कमजोर लोगों की सुरक्षा (वरिष्ठ नागरिक), अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई, दोपहिया वाहनों की जांच इत्यादि से होनेवाले अपराधों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
दिल्ली पुलिस ने उपराज्यपाल को यह बताया कि अपराध की रोकथाम/उन पर अंकुश लगाने के लिए वे बीट पुलिसिंग, पेट्रोलिंग पैर्टन, अपराधियों पर कार्यवाई, जेल से रिहा अपराधियों पर निगरानी, पिकेट पर गहनता से चेकिंग, सुनसान और संवेदनशील जगहों पर पुलिसिंग, इत्यादि पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने यह भी बताया कि उन्होंने विशेष बाईकदस्ती दल और एंटी स्नैचिंग टीम और फायरआम्र्स टीम को ज्यादातर उन इलाकों में तैनात किया है जहां डकैती और छिना झपटी के मामलें में फायरआम्र्स का प्रयोग ज्यादा होता है।
उपराज्यपाल ने दिल्ली पुलिस को अपराध की रोकथाम और इसकी जांच और पुलिस की छवी मे सुधार और पहुंच के लिए एक विस्तृत योजना तैयार करने का निर्देश दिया। बैठक में यह चर्चा की गई कि जिला पुलिस को फायरआम्र्स रखनेवाले अपराधियों के खिलाफ विशेष योजना बनानी चाहिए। आपराधिक गिरोहों, ज्ञात अपराधियों और वांछित अपराधियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। पुलिस की दृश्यता को बढ़ाने के लिए पेट्रोलिंग प्रणाली में बदलाव और पिकेट चेकिंग को बढ़ाना चाहिए एवं तकनीक का अधिकतम उपयोग करना चाहिए।
बीट स्टाफ और एसएचओ की जवाबदेही तय करने, अपराध की रोकथाम के लिए, सामुदायिक पुलिसिंग की पहल को मजबूत करना, गोला-बारूद की आपूर्ति करनेवाले स्रोतो को निशाना बनाना, सशस्त्र अधिनियम और आईपीसी के तहत सजा प्रावधानों को बढ़ाना, अज्ञात शवों के लिए आधारा डाटाबेस से पता लगाने इत्यादि पर पर जोर दिया जाय ।
उपराज्यपाल ने दिल्ली पुलिस को पुलिस वैन/गश्त करनेवाले मोटरसाईकिलों की जांच करने और सायरन के साथ विशेषता अधेंरा होने के बाद तैनात करने का निर्देश दिया ताकि अधिकतम क्षेत्र को कवर किया जा सके और नागरिकों के बीच सुरक्षा की भावना पैदा की जा सके। यह अपराध के विरूद्व सख्त कार्यवाही करने में सहायक होगा । उपराज्यपाल महोदय ने दिल्ली पुलिस को पेट्रोलिंग वाहनों की संख्या के सबंध में विस्तृत रिपोर्ट देने को भी कहा।
उपराज्यपाल ने वरिष्ठ अधिकारियों के क्षेत्र में भम्रण करने पर जोर दिया ताकि इससे निगरानी में सुधार हो सकें।