नई दिल्ली, इंडिया विस्तार। मानवता और कर्तव्य परायणता का परिचय देने वाले दिल्ली पुलिस के एक एएसआई को पुलिस कमिश्नर की तरफ से 20 हजार रूपये का ईनाम दिया गया है। ना है अशोक कुमार औऱ तैनाती दिल्ली के फतेहपुर बेरी थाने में। एएसआई अशोक ने पिछले दिनों कुछ ऐसा कर दिया है जिससे सरेराह हो रहे ताबडतोड़ क्राइम की वजह से आलोचना झेल रही दिल्ली पुलिस की नाम उंची कर दी है।

कहानी कुछ यूं है कि एएसआई अशोक को 31 मई 2019 की शाम 6 बज कर 52 मिनट पर एक कॉल मिली। ये कॉल यानि सूचना आया नगर के एच् ब्लॉक में एक अज्ञात शख्स के बेहोश पड़े होने के बारे में थी। मौके पर पहुँचे एएसआई अशोक ने अज्ञात शख्स को अपनी गाड़ी में बिठाकर एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया। भर्ती कराने के बाद अशोक उस शख्स की पहचान में जुट गया । इतेफाक से उसके पास से पहचान के लिए ना तो कोई मोबाइल मिला ना कोई पहचान पत्र। बाजजूद इसके अशोक उसकी पहचान करने में जुटे रहे। इस बीच वो अस्पताल में वेंटीलेटर पर प़ड़े अंजान शख्स का हालचाल भी लेते रहे। शिनाख्त के लिए अशोक ने फोटो के जरिये सोशल मीडिया पर भी पहचान जानने की पूरी कोशिश की। लेकिन सारी मेहनत बेकार साबित हो रहे थे आखिरकार 4 दिन बाद अशोक की मेहनत रंग लाई चार दिन के बाद उस शक़्स को होश आया। उसने अपना परिचय दिया इसके बाद अशोक ने ताराचंद नाम के इस शख्स के रेवाड़ी में रहने वाले घरवालो को जानकारी दी। घरवाले दिल्ली पहुंचे ताराचंद से मिले और ताराचंद को दिल्ली से घर रेवाड़ी लेकर गए।