आपके आधार नंबर की सुरक्षा अब औऱ मजबूत होगी। यूनीक आईडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने आधार की सुरक्षा की दिशा में कदम बढ़ाते हुए आधार के किसी भी इस्तेमाल के लिए अब चेहरे की पहचान होना भी जरूरी करेगी। नए सिम, बैंक आदि में पहचान पत्र के तौर पर दिए जाने वाले आधार के साथ यह नया फीचर भी लागू होने वाला है।
फिंगर प्रिंट और आईरिस स्कैन के अलावा चेहरा मिलान एक अतिरिक्त फीचर होगा। अथॉारिटी का कहना है कि यह फीचर आधार को सुरक्षा की एक अतिरिक्त लेयर प्रदान करता है। ‘
जानें आधार में क्या होंगे बदलाव
नए और ड्यूप्लिकेट सिम कार्ड्स, बैंक में आधार वेरिफिकेशन, पीडीएस राशन की दुकानों, सरकारी ऑफिस में अटेंडेंस जैसे अहम चीजों के लिए यह जरूरी होगा। जब भी कोई शख्स वेरिफिकेशन के लिए आधार का प्रयोग करेगा तो चेहरे की पहचान की प्रक्रिया हर बार जरूरी होगी। फिलहाल यह केवल नए सिम के लिए जरूरी होगा। 15 सितंबर से कम से कम 10 फीसदी ऑथेन्टकैशन चेहरे की पहचान के जरिए किए जाएंगे। ऑथेन्टकैशन का सिस्टम इतना प्रभावी है कि सामान्य बदलाव से चेहरे की पहचान पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
यूआईडीएआई ने इससे पहले चेहरा पहचानने का फीचर एक जुलाई से लागू करने की योजना बनाई थी। इसके तहत मोबाइल सिम कार्ड के लिए आवेदन के साथ लगाए गए फोटो को संबंधित व्यक्ति के सामने लिए गए फोटे से की जाएगी। यूआईडीएआई ने इस तय लक्ष्य को पूरा नहीं करने वाली दूरसंचार कंपनियों पर मौद्रिक जुर्माना लगाने का भी प्रस्ताव किया है। यूआईडीएआई ने कहा कि दूरसंचार कंपनियों के अलावा अन्य सत्यापन एजेंसियां के लिए चेहरा पहचानने की सुविधा के क्रियान्वयन के बारे में निर्देश बाद में जारी किए जाएंगे।