पाकिस्तान में क्या होगा यह सवाल फिर से दुनिया भर में उठने लगा है। इस बार कारण है पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई पूर्व चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमिद की गिरफ्तारी। वैसे तो पाकिस्तान में कब क्या हो जाए इसके बारे में वहां के हुक्मरान भी नहीं कह सकते। इमरान खान को सत्ता से बेदखल कर शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री बने दुनिया को ऐसा लगा कि फौज और खुफिया एजेंसी आईएसआई ही पाकिस्तान में सब कुछ है। लेकिन हमीद की गिरफ्तारी और कोर्ट मार्शल की कार्रवाही कुछ और ही संकेत दे रही है।
पाकिस्तान में यह पहली बार
पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार आईएसआई के किसी पूर्व चीफ के साथ इस तरह का सलूक किया गया है। पाकिस्तान की सेना ने गिरफ्तारी का कारण बेशक विस्तार से बताया है। मगर यह मानना बिल्कुल भी संभव नहीं है कि सिर्फ भ्रष्टाचार के आरोप में आईएसआई के पूर्व चीफ को गिरफ्तार कर लिया गया हो। इसीलिए दुनिया भर में पाकिस्तान को लेकर तरह तरह के सवाल उठने लगे हैं।
कई लोग अनुमान लगा रहे हैं कि इमरान से करीबी होने का नुकसान हमीद को हुआ है। लोग यह भी अनुमान लगा रहे हैं कि आने वाले दिनों में इसका परिणाम सामने आ सकता है। वैसे आइए आपको बताएं कि जाहिर तौर पर वो क्या वजहें हैं जिन्होंने हमीद को गिरफ्तार भी करवा दिया और कोर्ट मार्शल का भी सामना करना पड़ेगा। पाकिस्तानी सेना ने कहा कि हमीद की गिरफ्तारी का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिया था। यह आदेश भूमि विकास मामले और हमीद की सेवानिवृत्ति के बाद पाकिस्तान सेना अधिनियम के कई उल्लंघनों के मामले में दिया गया था।
एक निजी आवास योजना टॉप सिटी के प्रबंधन ने नवंबर 2023 में एक याचिका में दावा किया था कि हमीद ने उसके मालिक के कार्यालयों और आवास पर छापेमारी की थी।
प्रबंधन की याचिका में दावा किया गया कि कथित आतंकवाद के मामले में पाकिस्तान रेंजर्स और आईएसआई के अधिकारियों ने मई 2017 में उसके परिसर पर छापा मारा और सोने और हीरे के आभूषणों सहित कीमती सामान ले गए।
डॉन ने याचिका के हवाले से बताया कि जनरल हमीद ने बाद में याचिकाकर्ता से कहा कि वह “400 तोला सोना और नकदी को छोड़कर कुछ सामान वापस कर देंगे।”
याचिका में कुछ पूर्व आईएसआई अधिकारियों पर “हाउसिंग सोसाइटी के अवैध अधिग्रहण” में शामिल होने का भी आरोप लगाया गया।
मार्च 2024 में, पाकिस्तान के पूर्व आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि पूर्व आईएसआई बॉस और उनके भाई कथित भ्रष्टाचार को लेकर जांच के दायरे में थे।
अप्रैल में, सेना ने आईएसआई के पूर्व चीफ के खिलाफ अधिकार के दुरुपयोग के आरोपों की जांच के लिए एक जांच समिति का गठन किया।
डॉन के अनुसार, लेफ्टिनेंट-जनरल फैज हमीद छह वरिष्ठतम जनरलों में से थे, जिनका नाम नवंबर 2022 में शीर्ष दो सैन्य कार्यालयों के लिए संभावित उम्मीदवारों की सूची में शामिल किया गया था। हालाकि, हमीद ने शीघ्र सेवानिवृत्ति की मांग की और अपनी सेवानिवृत्ति की तारीख से चार महीने पहले, उसी महीने अपना इस्तीफा आलाकमान को भेज दिया।
उन्हें नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम नवाज की दोषसिद्धि में कथित भूमिका के लिए आलोचना का भी सामना करना पड़ा था।
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