आयुष मल, पटना
तुम्हारी माॅं………………..तुम्हारी बहन……….कार्यस्थल पर असंसदीय भाषा सुनने वाले व्यक्ति की आत्मसम्मान को ठेस पहुॅचाती ही हेै साथ ही उसके व उसके पूरे परिवार की मनोवस्था बिगाड़ देती हैं न जाने क्यों ताकत की हनक सवार होनें पर अफसर फुहड़़ शब्दो में महारत हासिल कर लेते हैं। बिहार में आजकल दफ्तरी भाषा सवालो के घेरे में है। लोकप्रिय आईपीएस विकास वैभव और उनकी बॉस के बीच का विवाद सड़कों पर आंदोलन का रूप ले रहा है।
मौजुदा मामला बिहार के दो वरिष्ठ आईपीएस अफसर में गाली गलौज का हैं।जहां आइजी विकास वैभव ने सोशल मिडया पर अपने ही डिजी मैडम पर यह आरोप लगाया की वह हर रोज उन्हें गाली गलौज करती हैं। जिसकी वजह से वह 4 महीनों सें काफी तनाव से गुजर रहैं हैं। जिसके बाद उन्होनें छुट्टी पर जाने का आवेदन दिया हुआ हैं। इससे पूर्व बिहार मे ही वरिष्ठ आईएएस का वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह बिहार के ही लोगो के लिए फुहड़ शब्द इस्तमाल करते दिख रही है। अभी तक ऐसी अशोभनीय भाषा सुनने की आदत प्रशासन द्धवारा आम आदमी को ही थी। दबे स्वर में कई कर्मचारी ये बताते हैं हर आफिस में यही व्यवस्था चल रही है जहॅा हर छोटी बात पर अफसर अपने से छोटे अधिकारी एवं कर्मचारी को गाली गलौज कर देते हैं साथ ही नौकरी से बरखास्त करा देने की बात भी करते हैं ऐसे वजहों से हमलोंगो का आत्मसम्मान काफी आहत हो चुका हैं। सुप्रीम कोर्ट व राज्य सरकार ने अफसरो से मर्यादित व्यवहार की बात कई दफा कही है लेकिन असंसदीय भाषा व अमर्यादित व्यवहार हर आफिस की हकीकत है।
वायरल होतें रहैं है ऐसे कारनामे– सोशल मीडिया पर अक्सर ऐसी वीडियो आडियो आते रहे हैं जहां अफसर अपने अधीनस्थ को मानसिक प्रताड़ाना करते देखे जाते हैं।
पूरे मामले पर बिहार के मुख्यमंत्री श्री नितीश कुमार ने कहा सोशल मिडीया पर आईजी विकास वैभव को विभागीय बात नहीं रखनी चाहिए थी यदी वरीय अफसर से कोई नराजगी थी तो इस बाबत मामले को गृह विभाग को अवगत कराना चाहिए था।
लोगो का मिल रहा है सर्पोट– सोशल मिडीया पर ट्रेंडिंग में चल रहा हैं #istandwithvikashvaibhavips ओैर सड़को पर हाथो में बैनर लिए युवा आइजी के साथ खड़ा दिख रहा हैं।
गौरतलब है कि आईए मिलकर प्रेरित करें बिहार, यात्री मन जैसे कई अभियानों के कारण विकास वैभव युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं।