हत्या की चेष्टा की जांच के दौरान क्या हुआ खुलासा जानिए और देखिए वीडियो

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नई दिल्ली, इंडिया विस्तार। चार बदमाशों ने पत्नी से हुई बाता-बाती का बदला लेने के लिए एक व्यक्ति पर जानलेवा हमला किया। लेकिन इसी हमले की जांच ने पुलिस को जालसाजी के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश करने में भी मदद की।

उत्तरी दिल्ली डीसीपी एंटो अल्फोंसे के मुताबिक 15 फरवरी को सुबह करीब पौने आठ का वक्त रहा होगा। जब बुराड़ी संत नगर के निवासी राजकुमार अपनी बेटी को स्कूल छोड़कर वापस घर जा रहे थे। राधाकृष्ण मंदिर के निकट अचानक लाल रंग की बाइक पर सावर दो युवक उनके पास पहुंचे औऱ पीछे बैठे युवक ने राजकुमार पर चाकूओं से हमला कर दिया। राजकुमार कुछ समझते इसके पहले ही वो फरार हो गए। राजकुमार को अस्पताल ले जाया गया। मामले की जानकारी होते ही बुराडी पुलिस स्टेशन में हत्या की चेष्टा का मामला दर्ज किया गया।

मामले की जांच के लिए उत्तरी दिल्ली स्पेशल स्टाफ और बुराडी पुलिस की संयुक्त टीम बनाई गई जिसमें एसीपी स्वागत पाल औऱ एसीपी जयपाल की देखरेख में एसआई राकेश कुमार, सत्येन्द्र, सुरेश भाटिया, एएसआई हरफूल, राजेन्द्र. हेडकांस्टेबल प्रवीण, अर्जुन, अजय, कांस्टेबल प्रदीप और प्रवीण शामिल थे।

पुलिस टीम ने करीब पांच सौ सीसीटीवी खंगाले औऱ काफी कोशिश के बाद उस घर की पहचान कर ली जहां से हमलावर निकले थे। इसी जांच के आधार पर पुलिस टीम ने नसीम अहमद उर्फ नदीम उर्फ दीपक, अमित मेहरा, नवेद और इमरान को गिरफ्तार किया। नसीम ने पुलिस को बताया कि हमले का मास्टरमाइंड वही है औऱ हमला बदला लेने के लिए किया गया था। दरअसल नसीम उसी घर में दूसरी मंजिल पर रहता था जहां राजकुमार चौथी मंजिल पर रह रहे थे। 6 माह पहले राजकुमार ने पानी लीक होने के मामले को लेकर नसीम की पत्नी को बुरा भला कह दिया था। नसीम ने इसी अपमान का बदला लेने के लिए अपने साथी इमरान औऱ नवेद को मिला लिया। मोटरसाइकिल का इंतजाम होने के बाद अमित मेहरा की मदद से उन लोगो ने पहले रेकी की। इसके बाद राजकुमार पर हमला किया गया।

जालसाजी के रैकेट का खुलासा

कड़ी पूछताछ में हत्या की चेष्टा में पकड़े गए उपरोक्त चारो आरोपियो द्वार चलाए जा रहे जालसाजी के बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है। पुलिस के मुताबिक नसीम फर्जी पहचानपत्रों की मदद से गाडियां फाइनेंस करवाता था। फिर उन्हें ओएलएक्स पर औने पौने दामो  बेच दिया जाता था। इस काम में अमित मेहरा उसकी मदद करता था। अब तक वो लोग 25 कार फाइनेंस करवा चुके हैं।

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