फेसबुक पर दोस्ती करने के बाद गैंग करता था यह काम

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नई दिल्ली, इंडिया विस्तार। फेसबुक पर ऐसे दोस्तों से बचिए जो मेसेंजर या व्हाट्स एप्प पर वीडियो कॉल कर अश्लील बातों को करने के लिए उकसाते हैं। दिल्ली पुलिस की साइपैड ने इसी तरह से वसूली करने वाले एक बड़े गैंग का पर्दाफाश किया है। यह गैंग फेसबुक पर दोस्ती कर मेसेंजर या व्हाट्सएप्प से वीडियो कॉल कर अश्लील तस्वीरें दिखाता था। फिर वीडियो क़ॉल की रिकार्डिंग कर वसूली की जाती थी। दिल्ली पुलिस के साइपैड ने राजस्थान के मेवात क्षेत्र से चल रहे इस सेक्सार्टशन रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस सिलसिले में छह लोग गिरफ्तार किए गए हैं। गैंग के सारे सदस्य बस हाई स्कूल पास हैं।

दिल्ली पुलिस साइपैड के डीसीपी अन्येस रॉय के मुताबिक कुछ दिनों से ऑनलाइन ब्लैकमेलिंग की शिकायतें मिल रहीं थीं। शिकायत के मुताबिक फर्जी प्रोफाइल खातों के माध्यम से पहले दोस्ती की जाती थी। दोस्ती करने के बाद शिकार से लंबी बातचीत कर उन्हें वीडियो कॉल करने के लिए राजी कर लिया जाता था। वीडियो कॉल के दौरान शिकार को अश्लील तस्वीरें दिखाई जाती थीं। उसी समय वीडियो कॉल की रिकार्डिग भी कर ली जाती थी। कुछ समय बाद शिकार को वसूली के लिए फोन आ जाता था। वीडियो में फर्जीवाडा कर शिकार को कानूनी कार्रवाई और सामाजिक बदनामी करने की धमकी देकर पैसे वसूल किए जाते थे। इस गैंग ने अपने इस तरह के शिकार से 2 से 30 हजार रुपये तक की वसूली की है।

इस तरह की शिकायत पर कार्रवाई के लिए इंस्पेक्टर संजीव सोलंकी के नेतृत्व में एसआई सुनील सिद्धू, मनीष, मंजीत, अशोक, दीपक, हेडकांस्टेबल जितेन्द्र, अनिल डागर आदि की टीम बनाई गई थी। तकनीकी मदद से पुलिस ने यह तो पता लगा लिया कि आनलाइन वसूली का यह रैकेट भरतपुर क्षेत्र से चलाया जा रहा है मगर आरोपियो तक पहुंचना फिर भी मुश्किल था। फिलहाल  पुलिस ने कई जगहों पर छापेमारी के बाद वारिस, रईस, अनय खान, वाहिद, मुफिद और अकरम नाम के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से 17 मोबाइल फोन, 2 एटीएम कार्ड, चेक बुक आदि बरामद किया है।

जांच के दौरान पता लगा कि फोन कनेक्शन मध्य प्रदेश के पत्ते पर लिए गए थे। वसूली के लिए फोन का सिम अक्सर बदल लिया जाता था। यह सिम भी देश के विभिन्न हिस्सों से फर्जी पहचान पत्र के जरिए मंगाए गए थे। पहचान होने के बाद भरतपुर पुलिस की मदद से छह आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली।

मोबाइल फोन की जांच में गैंग के हाथों शिकार हुए 40 लोगों के बारे में पता लगा है।

 

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