फेसबुक पर विज्ञापन, व्हाट्सएप्प पर कॉल और फर्जी रेड के सहारे लाखों की चपत

0
662

नई दिल्ली, दिल्ली की वसंत कुंज साउथ की पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भांडा फोड़ किया है जो विदेश जाने की इच्छा रखने वाले लोगों को फेसबुक विज्ञापन के जिरए जाल में फांसता था। जाल में फंसे शख्स से व्हाट्सएप्प कॉल से बात की जाती थी और उन्हें फ्लाईट में चढने से पहले होटल में ठहराया जाता था। होटल में फर्जी छापे डाले जाते थे औऱ फिर गिरोह नकद रूपया लेकर फरार हो जाता था। जांच में पता चला है कि डिजिटल ठगी करने वाला यह गैंग बहुत बड़ा है।

साउथ वेस्ट जिला पुलिस उपायुक्त देवेन्दर आर्या के मुताबिक एसीपी रमेश कुमार की देखरेख में वसंत कुंज साउथ के एसएचओ संजीव कुमार के नेतृत्व में गठित एसआई भगवान सिंह, संदीप यादव, संदीप सुथर, सिपाही अजय औऱ प्रवीण की टीम ने शिवम् कायस्थ उर्फ साहिल इशवेन्द्र सिंह उर्फ सन्नी को गिरफ्तार किया है। उनका बॉस सचिन अभी फरार है। पुलिस के मुताबिक गुरूदास पुर निवासी कैप्टन अमरीक सिंह ने शिकायत की थी कि उनका एक रिश्तेदार निरंजन सिंह कनाडा जाना चाहता था। जून में उसके एक दोस्त ने फेसबुक पर एक पोस्ट देखा जिसमें कनाडा भेजे जाने की बात कही गई थी। इस विज्ञापन से मिले फोन नंबर पर एक शख्स संदीप से बात हुई तो उसने कनाडा भजने और वर्क वीजा दिलवाने का वादा किया। डील 37 लाख रूपये में तय हुई। कहा गया कि पैसे फ्लाईट पर चढने पर ही लिए जाएंगे। निरंजन इस वादे पर अपने दोस्त औऱ रिश्तेदारों के साथ दिल्ली पहुंच गए। दिल्ली पहुंचते ही उन्हें व्हाट्स एप्प कॉल आया जिस पर उन्हें वसंत कुंज के एक होटल में बुलाया गया। जहां तय था कि एजेंट पैसे जांच करने के बाद सिग्नल देगा औऱ फिर फ्लाइट पर चढ़ा दिया जाएगा। दूसरे दिन विनीत नामक शख्स का फिर व्हाट्स एप्प कॉल आया जिसमें निरंजन को एयरपोर्ट पहुंचने के लिए बोला गया। निरंजन एजेंट, पैसे अपने रिश्तेदारों के साथ होटल में छोड़ फ्लाईट के लिए एयरपोर्ट रवाना हो गया। इसी दौरान कुछेक लोगों की टीम खुद को एयरपोर्ट अथॉरिटी का कर्मचारी बताते हुए होटल पहुंची और निरंजन और उसके रिश्तेदारों को धमकी देते हुए कि वो गैरकानूनी काम कर रहे हैं सारे पैसे यहां तक कि होटल की सीसीटीवी भी लेकर चंपत हो गई।

पुलिस ने मामले की जांच करते हुए किसी तरह शिवम् और सन्नी को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों ने पूछताछ में बताया है कि इस पूरे गैंग का सरगना सचिन शर्मा है जिसने हर काम के लिए अलगअलग टीम बना रखी है। पुलिस सचिन की तलाश कर रही है और उम्मीद है कि उसकी गिरफ्तारी से बहुत बड़ डिजीटल गैंग का खुलासा होगा।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now