दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कार चोरों के हाई प्रोफाइल गैंग का भांडाफोड़ किया है। यह गैंग बीमा कंपनियों से कबाड़ को बेची गई गाडियों के कागजातों के साथ हेराफेरी कर लक्जरी कारों को चोरी कर बेच देता था। पुलिस के मुताबिक इस गैंग ने अब तक 500 कारों पर हाथ साफ किया है। इनके शिकार मर्सडीज कारें तक हुई हैं। आरोप है कि चोरी की कारें नक्सलियों को बेच दी जाती थीं।
क्राइम ब्रांच ने इनके कब्जे से 32 लक्जरी कारें बरामद की हैं। पुलिस ने गैंग के 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। डीसीपी राजेश देव की देखरेख में एसीपी संजय सहरावत और इंस्पेक्टर नीरज चौधरी के नेतृत्व में एसआई कुलदीप, मंदीप और अन्य पुलिसकर्मियों की टीम के हत्थे चढे
गैंग के लोग सभी तरह के टूल्स रखते थे। इन्ही की मदद से ये गैंग चुराई गई कारो के चेचिस और इंजन नंबर बदल देते थे तकनीक की मदद से सेंट्रल लॉक सिस्टम भी तोड़ देते थे जिसके बाद ये गैंग का अगला टारगेट होती थी इंश्योरेंस कपंनी।
दरअसल जो गाड़ी एक्सीडेंट के बाद अगर वापस इंश्योरेंस कपंनी के पास चली जाती थी और आपको उसका इंश्योरेंस क्लेम मिल जाता था। ये गैंग उन कारो के कागजात की हेराफेरी करता था। इंश्योरेंस कम्पनी अपने पास आई कारो को कबाड़ी को बेच दिया करते हैं। बस चोरी की गाड़ी के लिए इन्हीं कारों के कागजातों का इस्तेमाल किया जाता था।
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