विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर गायत्री शक्तिपीठ, सहरसा में इंडियन डेंटल एसोसिएशन कोशी ब्रांच सहरसा के द्वारा DENTAL CHECKUP & ORAL CANCER SCREENING CAMP का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया एवं आये हुए शहर के सभी चिकित्सकों का जिला संयोजक श्री ललन कुमार सिंह जी के द्वारा मंत्र चादर, साहित्य देकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर डॉ0 अरुण कुमार जायसवाल ने कहा-कैंसर प्रायः प्रायः वायरस से या बैक्टीरिया से नहीं होता, सेल के म्यूटेशन से होता है कोशिका का म्युटेट होने से होता है। रूप बदलने से होता है, उत्परिवर्तन होने से होता है, इसकी चर्चा जमाने से है।
रोग हमेशा चित्त की परतों में होता है आत्मा में नहीं होता। चित्त की परतों को हटाना, शुद्ध करना हम सबों का दायित्व है। रोग दुर्भाग्य होते हुए भी सौभाग्य है।
रोगी होकर प्रसन्न रहना तप के बराबर है। तितिक्षा है इसलिए रोगी को स्प्रिचुअल कॉउंसलिंग की जरुरत है, साइकोलॉजीकल कॉउंसलिंग के साथ साथ। शरीर में जब विष बढ़ जाता, विषाक्तता, विषैलापन के बढ़ने से कैंसर होता है। अब ये खानपान का विष कहे या जीवनशैली का विष कहें या तामसिकता का विष या राजसिकता का विष या जीवनशैली का विष कहें। मन में तनाव होता है तो मन मे जहर घुलता है, मानसिक विष को समन करने का सबसे बड़ा साधन है प्रेम। और शाररिक विष को समन करने का साधन है उपवास और दोनों विष को समन करने का साधन है भक्ति और तप।
इंडियन डेंटल एसोसिएशन, कम्युनिटी डेंटल हेल्थ जनरल के संयोजक डॉ0 अभिषेक कुमार राजा ने कहा 2023 विश्व कैंसर दिवस के इस बार का थीम Close the Care Gap यानी देखभाल अंतर को बंद करना। कैंसर धुम्रपान, तंबाकू, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, खराब डाइट, एक्स-रे रेडिएशन के कारण होता है, कैंसर मरीज के छूने से नहीं होता है। आज भारत में नागपुर को ORAL CANCER CAPITAL के रूप में जाना जाता है।
IMA, अध्यक्ष डॉ0 राजीव रंजन सिंह जी ने कहा आज बिहार में हर 4 मिनट में एक कैंसर का मरीज आ रहे हैं।
IMA के सचिव डॉ0 ओमप्रकाश जी- कैंसर आज पेंडेनिक रोग का रूप ले लिया है। प्रत्येक वर्ष भारत मे साढ़े चार लाख की मृत्यु होती है। उन्होंने कहा आपको अपनी आदत को सुधारना होगा।
IDA सचिव डॉ0 प्रभात भास्कर ने कहा आज संबंधों में दूरी आने का सबसे बड़ा कारण मोबाइल है।
इस कार्यक्रम में 200 से अधिक मरीजों के निःशुल्क चिकित्सीय परामर्श एवं दवा दिया गया।
इस अवसर पर हड्ड़ी रोग विशेषज्ञ डॉ0 जितेंद्र कुमार सिंह, डॉ अफगान, IDA उपाध्यक्ष डॉ0 प्रभाकर सिंह राणा, डॉ0 बबिता कुमारी, डॉ0 अंकित, डॉ0 नवीन कुमार, डॉ0 सुमन झा, डॉ0 पारुल, डॉ0 मुरली मनोहर, डॉ0 पवन कुमार, डॉ0 अभिनव प्रकाश, प्रो0 (डॉ0) अरविंद कुमार सिंह, मोहन प्रसाद, रंजीत दास, मोइउद्दीन, मोहन भगत, पंकज जायसवाल, मनीषा, युक्ति आदि मौजूद थे।