दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 65 लाख रुपये की लूट के मामले में नेशनल रेसलर और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पहलवान की पहचान सुनील के तौर पर की है जो गिरोह का सरगना भी है। इसके साथ ही करीब 13 लाख रुपये की लूटी गई रकम और उससे खरीदी गई वस्तुएं जब्त की गई हैं।
डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाह ने बताया कि एक अगस्त को जसौला इलाके में मनी एक्सचेंजर का काम करने वाले मोहम्मद शाजेब से 65 लाख रुपये की लूट हो गई थी। वारदात के वक्त छह बदमाश दो बाइक पर आए थे और पिस्टल की नोक पर रुपये लूटे थे। फिर फरार हो गए। घटना के वक्त पीड़ित अपना आफिस बंदकर घर जा रहा था। पुलिस ने शिकायत मिलने पर मामला दर्ज कर लिया। वहीं स्पेशल सेल ने एसीपी अतर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर शिवकुमार की टीम गठित की गई।
डीसीपी ने बताया कि टीम को सूचना मिली कि इस लूट में शामिल एक युवक का नाम योगेंद्र है। इसी सूचना के आधार पर 8 सितम्बर को बाहरी दिल्ली के इलाके से योगेंद्र को हथियार समेत गिरफ्तार कर लिया। इसने पूछताछ में बताया कि इस वारदात की योजना सुनील ने बनाई थी और इसमें सुनील, राजेश, बंटी, राहुल एवं सोनू भी शामिल थे। इसके बाद दस सितम्बर को पुलिस ने सुनील एवं राजेश को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से लूट की रकम से खरीदी गई दो कारें भी बरामद किया गया।
पड़ोसी दुकान के कर्मचारी की सूचना
पूछताछ में मालूम हुआ कि पीड़ित के आफिस के बगल की दुकान में गोलू नाम का व्यक्ति काम करता है। गोलू ने इस रुपये के लेनदेन को बवाना के गौरव नाम के युवक को बताया था। गौरव की ही सूचना पर गिरोह ने वारदात को अंजाम दिया। घटना वाले दिन सभी शाजेब की दुकान के बाहर खड़े थे। जैसे ही शाजेब बाइक से घर की तरफ निकला इन्होंने उसका पीछा किया फिर मौका देखकर लूट लिया।
कंधे की चोट के कारण आया अपराध की दुनिया में
जांच में मालूम हुआ कि सुनील राष्ट्रीय स्तर का पहलवान था। उसने 2008 में दिल्ली में आयोजित राज्य स्तर की प्रतियोगिता में रजत पदक जीता था। इसके अलावा 2008 में कन्याकुमारी में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था और साल का तीसरा सर्वश्रेष्ठ पहलवान भी घोषित किया गया। वह ओलम्पिक में भाग ले चुके अमित दहिया नाम के पहलवान से भी कुश्ती लड़ चुका है।
लेकिन कुश्ती के दौरान ही उसके कंधे में चोट लग गई जिसकी वजह से उसका करियर खत्म हो गया। इसके बाद वह आपराधिक तत्वों से जुड़कर अपराध की दुनिया में आ गया। उसपर हत्या एवं लूट के पांच मामले दर्ज हैं। यहीं नहीं कुछ दिनों पहले ही इसने यूपी के शामली में ट्रक पर लदे चालीस लाख रुपये के सामान को भी लूट लिया था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुनील इतना शातिर है कि वह दिल्ली एनसीआर में सक्रिय कई युवकों से सम्पर्क में रहता है। एक बार अपराध करने के बाद वह उन लड़कों का साथ छोड़ देता है।
लूट के रुपये को मौजमस्ती में उड़ाए
आरोपियों ने बताया कि घटना के बाद लूट के रुपये को सभी में बांटा गया। राजेश ने नई कार खरीदी तो सुनील ने जिप्सी। फिर सभी दक्षिण भारत घूमने चले गए जहां पर काफी रुपये उड़ा दिए। पुलिस फिलहाल इनके फरार साथियों की भी तलाश कर रही है