इस पोस्ट का मकसद आपको डराना नहीं आपको यह जानकारी देना है कि cyber crime का जाल कितनी तेजी से बढ़ रहा है। जानकारी इसलिए जरूरी है क्योंकि जब आप जानेंगे तभी सावधान रह पाएंगे। डिजिटल इंडिया की रफ्तार के साथ साइबर खतरे भी चौगुनी तेजी से और चौतरफा बढ़े हैं। पिछले 4 वर्षों में cyber crime के मामले 4 गुना बढ़े हैं।
cyber crime के आंकड़े डराने वाले हैं
महाराष्ट्र व उत्तर प्रदेश जैसे राज्य साइबर अपराध के लिए हॉटस्पॉट बन चुके हैं। वहीँ साउथ ईस्ट एशिया, पाकिस्तान आदि जगहों से संगठित अपराध के तौर पर भारतीय नागरिकों से साइबर अपराध हुए है ।
वास्तविकता जो चौंकाती है:
• 2021–2025: साइबर अपराधों में 400% की वृद्धि
• हॉटस्पॉट राज्य: महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक
• प्रमुख अपराध: बैंकिंग फ्रॉड, सोशल मीडिया हैकिंग, फेक ऐप्स, OTP स्कैम, नौकरी/लॉटरी धोखाधड़ी
डिजिटल इंडिया की चुनौती:
जैसे-जैसे देश डिजिटल हो रहा है, वैसे-वैसे साइबर अपराधी नए-नए तरीके अपना रहे हैं। तकनीक जितनी ताकतवर हो रही है, खतरे उतने ही पेचीदा। अब हर नागरिक को डिजिटल सतर्कता की ज़रूरत है।
साइबर सुरक्षा का मंत्र सिर्फ विज्ञापनों में सिमटा :
“सोच समझकर क्लिक करें, अनजान लिंक से बचें, और हर डिजिटल कदम पर सतर्क रहें यह मंत्र सिर्फ विज्ञापनों में सिमट कर रह गया है।”
एक्शन पॉइंट:
• अपने मोबाइल और कंप्यूटर में एंटीवायरस और फायरवॉल ज़रूर इनस्टॉल करें ।
• 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन,ऑथेंटिकेटर एप्प चालू करें
• फिशिंग मैसेज या कॉल की तुरंत चक्षु पर रिपोर्ट करें ।
• साइबर अपराध की जानकारी देने के लिए 1930 पर कॉल करें या http://www.cybercrime.gov.inपर जायें ।
“साइबर सुरक्षा सिर्फ तकनीकी मुद्दा नहीं, ये राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल है। जब हर नागरिक सतर्क होगा, तभी भारत सुरक्षित होगा लेकिन लोग साइबर जागरूकता के विज्ञापनों और कॉलर ट्यून्स को ध्यान से नही सुनते है, मेरे साथ ऐसा नही हो सकता वाली फीलिंग की जगह मुझे भी सतर्क रहना चाहिए वाली सोच आनी चाहिए ।”
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