Hajaribagh-हजारीबाग का नाम कौन नहीं जानता। जाहिर है जो हजारीबाग को जानने वाले ये भी जानते हैं कि यहां विश्व प्रसिद्ध वाइल्ड लाइफ सेंचुरी भी है। 186 वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र में फैले इस वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में सबसे आकर्षक जगह है राजडेरवा। मुख्य द्वार से 10 किलोमीटर दूर राजडेरवा में दूर दूर से पर्यटक आते हैं।
Hajaribagh News in Hindi
हजारीबाग वाइल्ड लाइफ सेंचुरी की जो बात हम आप लोगों को बताने जा रहे हैं वह बहुत कम लोगों को पता होगी। मुख्य द्वार से कच्ची सड़क पर दोनो तरफ घने जंगल और बीच में करीब 10 किमी कच्ची सड़क पर चलने के बाद प्रकृति की गोद में मनोरम स्थल पर पहुंच सकते हैं। इस जगह का नाम है राजडेरवा। यहां झील, म्यूजियम, अतिथि गृह, काटेज के अलावा कैंटीन की सुविधा है। पर्यटकों को ठहरने के लिए काटेज की व्यवस्था है।
यहां झील है जहां पर्यटक नौका विहार का आनंद लेते हैं। लेकिन, नौका विहार के चार वोट में सिर्फ एक ही ठीक है। शेष तीन बोट चलने के लायक नहीं है।क्षेत्र के अंदर 11 वाच टावर बने हैं जहां से पर्यटक दूर-दूर तक देख सकते हैं। यहां अधिकारियों के ठहरने के लिए गेस्ट हाउस, पर्यटकों को ठहरने के लिए 5 काटेज, सिंगल बेड के लॉज एवं 6 बेड का एक डोमेट्री है। यहां ठहरने वाले पर्यटकों को खुद से राशन देना पड़ता है। खानसामा उन्हें भोजन पकाकर खिलाता है।
यह तो हुई इसके सौंदर्य की बात लेकिन इसके पीछे वन विभाग की बहुत कड़ी मेहनत भी है। इस झील की जगह पर भीषण गाद हो गया था। कैंपा परियोजना की मदद से महीनो तक इस गाद को निकाला गया। इसके बाद इस झील का सौंदर्य उभरकर सामने आया। यहां तैनात फारेस्ट गार्ड अनिल रमण (देखें वीडियो) इस बात की ताकीद करते हैं। वो बताते हैं कि महीनो काम चला।
झील से गाद निकालने के बाद इसके आसपास की कच्ची सड़क का भी सौंदर्यीकरण और मरम्मत दोनो हुआ है। हजारीबाग वाइल्ड लाइफ सेंचुरी की सिर्फ यही खासियत नहीं है। कुछ दिन पहले तक इस घने जंगल वाली 186 वर्ग किलोमीटर की वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में किसी भी वन्य जीव के दर्शन ना होने की शिकायत रहती थी। वन विभाग ने इसके कारणों का पता लगाया और अब कई चेक डैम बनाए गए हैं ताकि यहां आने वाले वन्य प्राणी अपनी प्यास बुझाने और राहत पाने के लिए इस तरह के चेक डैम पर रूकें, और पर्यटकों को वन्य जीव दर्शन का लाभ हो सके।
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