delhi crime news: नार्थ वेस्ट दिल्ली पुलिस के नारकोटिक्स दस्ते ने गांजा के दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनसे बड़ी मात्रा में गांजे की खेप बरामद की गई है। यह खेप दिल्ली एनसीआर में सप्लाई के लिए रखी गई थी। पुलिस का दावा है कि खेप के पकड़े जाने से नशे की तस्करी करने वालों के नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है।
delhi crime news पकड़े गए तस्करों के खिलाफ यह पहला मामला
नार्थ वेस्ट डीसीपी भीष्म सिंह के मुताबिक गिरफ्तार लोगों की पहचान शिवनाथ साहनी और पंकज कुमार के रूप में हुई है। इनसे 27.754 किलोग्राम हाई क्वालिटी का गांजा बरामद किया गया। इन्होंने हाल ही में तस्करी की दुनिया में कदम रखा था। दिल्ली के विभिन्न इलाको में यह अपना नेटवर्क फैला रहे थे और छोटे तस्करों के साथ साथ ग्राहकों को भी सीधे बेच रहे थे।
उत्तर-पश्चिम जिला पुलिस ने हाल के समय में मादक पदार्थों की बढ़ती तस्करी को ध्यान में रखते हुए एक विशेष अभियान की शुरुआत की थी। इसके लिए नारकोटिक्स स्क्वॉड की एक विशेष टीम बनाई गई थी। एसीपी रणजीत ढाका की निगरानी में नारकोटिक्स दस्ते के प्रभारी इंस्पेक्टर मदन मोहन के नेतृत्व में एसआई राजेंद्र सिंह, एएसआई चंदरपाल, एएसआई दिनेश, हेड कांस्टेबल स्वयं, रोहित, सुनील, प्रवीन और महिला कांस्टेबल कोमल टीम में शामिल थे।
कई दिनों तक टीम ने संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों पर मैन्युअल और तकनीकी निगरानी रखी। ठोस खुफिया जानकारी के आधार पर टीम ने जहांगीरपुरी, दिल्ली से दोनो को गिरफ्तार किया। दोनो जहांगीरपुरी के निवासी हैं। इनके पास से 27.754 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ। प्राथमिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने हाल ही में नशे के कारोबार में कदम रखा था और जल्दी ही अपने नेटवर्क का विस्तार कर रहे थे। वे विभिन्न क्षेत्रों में छोटे पेडलरों और व्यक्तिगत ग्राहकों को गांजा सप्लाई कर रहे थे।
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[…] क्राइम ब्रांच के डीसीपी हर्ष इंदौरा के मुताबिक गिरफ्तार शख्स मोहम्मद मलिक 1982 में काम की तलाश में दिल्ली आया। शुरूआत में उसने आदर्श नगर में एक फैक्टरी मे काम किया। मगर गलत संगत में पड़ अपराध करने लगा। साल 1996 में उसे डकैती के मामले में गिरफ्तार किया गया। तिहाड़ जेल में उसने अपने साथी महावीर @गढ़वाली, मनोज त्यागी और मुन्ना के साथ मिलकर एक दूसरे हत्या के दोषी कैदी कैलाश नाथ और धर्मवीर पर चाकुओं से हमला किया, जिसमें धर्मवीर की मौत हो गई। […]