benefits of chia seeds-आहार यानि की डायट(Diet) अब ग्लोबल रूप ले चुका है। इसके प्रति लोगों की जागरूकता भी बढ़ी है। भारतीय नागरिक भी इससे अछूता नहीं हैं। कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे भी हैं जो फायदे के लिए दुनिया भर में जाने जाते हैं, विभिन्न सीड्स और ड्रायफ्रूट्स इन्हीें में शामिल हैं। चिया सीड्स को पिछले कुछ दिनों से काफी लोकप्रियता मिली है। हालांकि आम आदमी तक इसकी पहुंच अभी भी नहीं है। लेकिन चिया सीड्स अब मध्यम और छोटे शहरों तक अपनी पहुंच बनाने लगा है। अन्य बीजों की तरह चिया सीड्स में भी कई गुण भरे हैं। फिटनेस और डाइट के प्रति सजग रहने वालों को चिया सीड्स तुरंत अपनाना चाहिए।
benefits of chia seeds in Hindi
सदियो पहले तब फसलें और फल कच्ची खाईं जाती थीं तब बीज भी भोजन का महत्वपूर्ण हिस्सा थे। धीरे-धीरे घी, तेल, मसालों के साथ सब्जियों का चलन आ गया और डिब्बाबंद खाना भी आ गया। लेकिन समय ने खुद को दोहराना शुरू कर दिया है। चिया सीड्स का सेवन भी कई तरीकों से किया जा रहा है। डाइट के प्रति सजग और वजन कम करने के लिए तैयार रहने वाले लोगोंं के लिए चीया सीड्स अच्छा विकल्प साबित हो रहा है। चीया सीड्स में एंटीऑक्सीडेंट, ओमेगा-3, फैटी एसिड, मिनरल्स और फाइबर आदि मौजूद हैं। ये सारे तत्व दिल की सेहत का ख्याल रखने के साथ साथ रक्त शर्करा का प्रबंधन और हड्डियों को मजबूत करने में मदद करते हैं। इन्हें ब्रेक फास्ट से लेकर लंच तक की रेसिपि में शामिल किया जा सकता है। 2 चम्मच चीया सीड्स में करीब 5 ग्राम प्रोटीन, 9 ग्राम से ज्यादा फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, फास्फोरस, जिंक, विटामीन बी1 व बी3 भी भरपूर मात्रा में होते हैं।
चीया सीड्स में मौजूद फााइबर पाचम तंत्र को मजबूत रखने में मदद करते हैं। पर्याप्त मात्रा में चीया सीड्स के सेवन करने से कब्ज से मुक्ति मिलती है। यह पेट भरा होने का अहसास भी लंबे समय तक बनाए रखते हैं। चीया सीड्स का सेवन रक्त में एलडीएल यानि गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद करते हैं। इससे बीपी भी नियंत्रित रह सकता है। डाइप-2 डायबिटीज को नियंत्रित करने में चीया सीड्स से मदद मिलती है। इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है इसलिए हार्ट अटैक की आशंका को कम करने में भी इससे मदद मिलती है। इसमें मौजूद विशेष एंटीऑक्सीडेंट लीवर को भी सुरक्षित रखने में मदद करते हैं।
अस्वीकरण-लेख में दी गई जानकारी सामान्य है। किसी भी तरह का इस्तेमाल करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।