बिहार में आपदा प्रबंधन को मजबूत और व्यावहारिक बनाने की दिशा में ‘युवा आपदा मित्र योजना’ एक दूरदर्शी पहल के रूप में सामने आई है। यह योजना बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संरक्षण में तथा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रायोजन से संचालित की जा रही है। इसका उद्देश्य आपदा की स्थिति में त्वरित, संगठित और प्रभावी प्रतिक्रिया के लिए प्रशिक्षित युवा शक्ति तैयार करना है।
योजना के तहत राष्ट्रीय कैडेट कोर, नेहरू युवा केंद्र संगठन, राष्ट्रीय सेवा योजना और भारत स्काउट एवं गाइड से जुड़े युवाओं को सात दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इन चारों संगठनों के माध्यम से कुल 22,235 युवाओं को ‘युवा आपदा मित्र’ के रूप में प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिससे आपदा जोखिम न्यूनीकरण और सामुदायिक स्तर पर प्रतिक्रिया व्यवस्था को मजबूती मिल सके।
इसी कड़ी में प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रथम बैच का शुभारंभ 10 दिसंबर 2025 को पटना के संपतचक में हुआ। 16 दिसंबर को संपन्न हुए इस बैच में पटना जिले के 124 प्रतिभागियों को आपदा प्रबंधन से जुड़ा सैद्धांतिक और व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया।
समापन अवसर पर बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सचिव मो. वारिस खान ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित युवा आपदा प्रबंधन प्रणाली की रीढ़ होते हैं। ऐसे युवा न केवल आपदा के समय राहत और बचाव कार्यों में अहम भूमिका निभाएंगे, बल्कि समाज में आपदा से पूर्व तैयारी और जागरूकता फैलाने में भी योगदान देंगे।
योजना के तहत दूसरा बैच 17 से 23 दिसंबर 2025 तक आयोजित किया जा रहा है, जिसमें वैशाली जिले के 100 प्रतिभागी सात दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। प्रशिक्षण के दौरान आपदा जोखिम न्यूनीकरण, राहत एवं बचाव कार्य, प्राथमिक उपचार, सामुदायिक समन्वय और आपातकालीन प्रतिक्रिया जैसे विषयों पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
कुल मिलाकर ‘युवा आपदा मित्र योजना’ बिहार में आपदा प्रबंधन को सुदृढ़ करने, समुदाय की भागीदारी बढ़ाने और भविष्य को अधिक सुरक्षित बनाने की दिशा में एक प्रभावी और प्रेरणादायी मॉडल के रूप में उभर रही है। (पीबी शब्द)
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