बिहार की कमजोरी को हम ताकत बनाएंगे । बिहार में बढ़ती जनसंख्या और बाढ़ कमजोरी मानी जाती है । अब इसे ही उद्योग विभाग अपनी ताकत बनाने जा रही है हमारी कोशिश है कि बिहार के जो कामगार दूसरे राज्य को अपनी हुनर से आबाद कर रहे हैं उनको बिहार में ही अवसर मिले और जो बाढ़ यहां के लिए अभिशाप कही जाती है उस पानी का उपयोग कर बिहार की तरक्की में काम हो । हम बिहार में विकास के साथ वैभव भी लाएंगे । उक्त बातें बिहार सरकार के उधोग मंत्री शहनवाज हुसैन ने मौर्या होटल में आयोजित लेट्स इंस्पायर बिहार के वायव्रेन्ट बिहार ग्लोबल सम्मिट 2022 को संबोधित करते हुए कही ।
संबोधन से पूर्व दीप प्रज्ज्वलन के साथ समिट का विधिवत उद्घाटन मुख्य अतिथि मंत्री शहनवाज हुसैन, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे लेट्स इंस्पायर के संस्थापक संरक्षक गृह विभाग के विशेष सचिव विकास वैभव, ढाका से आये ओ पी झा, यूएसए से आई माला झा, बीआईए के पूर्व अध्यक्ष के0पी0एस0केशरी, गुजरात चेप्टर के संयोजक मोहन झा ने किया । स्वागत गीत प्रतिष्ठित लोकगायिका डा० नीतू नूतन और स्वागत संबोधन प्रभाकर कुमार राय ने किया ।
इनवेस्टर के लिए आरंभ होंगी कई सुविधाएं
अपने संबोधन में मंत्री शहनवाज हुसैन ने कहा कि आईपीएस विकास वैभव को लम्बे समय से जानते हैं इनमे कुछ करने की ललक है ईमानदार छवि है । इनके अगुआई में लेट्स इंस्पायर बिहार अपने उद्देश्य में सार्थक आकर पायेगा । उन्होंने कहा कि आज बिहार में उधोग की बात होने लगी है इनवेस्टर के लिए इंदिरा भवन में इन्वेस्टर भवन बना रहे हैं जहां सीधे लोग अप्लाई करेंगे और सात दिनों के अंदर क्लीयरेंस मिलेगा । किसी भी इन्वेस्टर को सचिवालय का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं रहेगी । मंत्री ने इन्वेस्टर को आह्वान करते हुए कहा कि बिहार किसी के कमतर नहीं है इस सोच से इंभेस्ट करने आइये । यहां गोदाम बनाने नहीं उत्पादन करने आइये, सरकार हर संभव सहयोग करेगी । आज लोगों की आदत है कहेंगे कि चेहरा चमकाने के लिए कोई काम कर रहा है ऐसे लोगों को रनिंग कॉमेंट्री छोड़ कर्तव्य समझने की जरूरत है जो कुछ नहीं करते उन्हें टिपण्णी का अधिकार नहीं । मंत्री ने कहा कि टाइल्स की कीमत से अधिक उसे गुजरात से लाने में खर्च हो जाता है जिस वजह से ऊंची कीमत पर टाइल्स खरीदनी पड़ती है । हमने प्रयास किया है कि टाइल्स बनाने वाली कंपनी बिहार में ही निर्माण करे ताकि कीमत कम हो सके । टेक्सटाइल में 63 फीसदी बिहारी काम करते हैं उन्हें वापस बिहार में रोजगार मिले इनके लिए प्रयास किया गया है । बांग्लादेश और वियतनाम इस काम मे आगे है उसके पकड़ को हम तोड़ेंगे ।
उद्यमिता की भूमि
लेट्स इंस्पायर के संस्थापक आईजी विकास वैभव ने कहा कि आप कुछ देने इस आयोजन में आये हैं लेने नहीं । हम आप सबका स्वागत करते हैं आप बिहार के ओधोगिक विकास में महती भूमिका निभाएंगे । बिहार उद्यमिता की भूमि रही है । यहां लोग जाति में विभाजित हैं जिससे आपसी सहयोग प्रभावित होती है । बिहार का इतिहास में जातिवाद का प्रभाव नहीं था तभी तो निम्न वर्ग को भी यहां शासक बनाया गया । इस लिए जातिवाद से ऊपर उठकर एक दूसरे को सहयोग करें । विश्व के लोग बिहार से प्रेरित होने आते थे । आज बिहार कहा खड़ा है चिंता नहीं चिंतन करने की जरूरत है, संघर्ष नहीं सहयोग करने की जरूरत है । विकास वैभव ने कहा कि मंत्री शाहनवाज जी के अनुभव की वजह से आज बिहार उधोग के क्षेत्र में चर्चा में हैं । बिहार का हर युवा बेहतरी के स्वप्न देखे सफलता जरूर मिलेगी । पूर्वजों में जब समर्थ था तो उनके वंशज कैसे पीछे रहेंगे, बस अपने आप को पहचानने की जरूरत है । उन्होंने सभी प्रतिनिधियों से कहा कि आने वाले समय में और बड़ा आयोजन करेंगे । जो इन्वेस्टर आज एएमयू साइन किये उनके प्रति आभार व्यक्त किया । एलआईवी के प्रमुख सदस्य राहुल सिंह ने अपने संबोधन में विकास वैभव के अभियान शिक्षा, समता और उद्यमिता पर प्रकाश डाला जबकि गुजरात से आये मोहन झा ने व्यवरेन्ट ग्लोबल समिट 2022 की परिकल्पना और आगामी कार्यक्रम से परिचय कराया । कहा कि बिहार के विकास में वैभव जी का अभियान विकास का मार्ग दिखायेगा ।
इस अवसर पर मंत्री शहनवाज जी की उपस्थिति में गुजरात आधारित कंपनी सुपरमेड वेंचर प्राइवेट लिमिटेड ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर हुआ। आयोजन में यूएसए से माला झा, ढाका से आए हुए श्री ओ पी झा, ओमान से राकेश झा, अहमदाबाद से कैप्टन राजेश झा, मोहन झा, युवा उद्यमी अमित ठाकुर, मुकुल गर्ग, अनिल झा एवं बहार महिला उद्योग संघ की अध्यक्षा उषा झा, लव कुमार सिंह ने अपने अपने विचार रखें। आंगतुक अतिथियों को प्रतीक चिन्ह एवं अंगवस्र देकर सम्मानित किया गया । संचालन ओ पी सिंह एवं श्वेता सुरभि ने किया। धन्यवाद ज्ञापन आलोक रंजन ने किया ।
इस अवसर पर व्यवस्था में अभियान से जुड़े सतीश गांधी, गौरव राज, अभिनंदन यादव, आलोक कुमार रंजन, आमिर अहमद, विक्की सहनी, राकेश कुमार पप्पू, अंकित कुमार, पूर्णेंदु कुमार, गौतम कुमार, दीपक कुमार, चंदन कुमार, शांडिल्य झा एवं प्रीति बाला, अलका पांडे शामिल थे।