नई दिल्ली, इंडिया विस्तार। वाहनों पर जीएसटी दर कम करने को लेकर चर्चा जोरों पर है। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारूति सुजुकी (Maruti Suzuki) इंडिया की राय है कि वाहनों पर माल एवं सेवाकर (GST) की दर कम करने का यह सही समय नहीं है। इससे कुछ लाभ नहीं होगा क्योंकि वाहन उद्योग का उत्पादन इस समय सबसे निचले स्तर पर है। घरेलू वाहन बाजार में करीब 54 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखने वाली मारुति ने कहा कि यदि कर की दर में किसी तरह की कटौती प्रस्तावित भी है, तो उसे सही समय पर किया जाना चाहिए।
चेयरमैन ने कहा
मारुति सुजुकी के चेयरमैन आर. सी. भार्गव ने यहां एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में संवाददाताओं से कहा, ‘‘अभी हम जिस स्थिति में है, वैसे में अगले एक-दो महीने तक सभी वाहन कंपनियों का उत्पादन बहुत निचले स्तर पर रहेगा। ऐसे में जीएसटी कर की दर में कटौती का कोई औचित्य नहीं।’’ उनसे इस संबंध में प्रश्न किया गया था कि कोरोना वायरस महामारी संकट से प्रभावित वाहन उद्योग के लिए जीएसटी कर की दर में कटौती का क्या यह सही समय है।
नहीं मिल सकेगा लाभ
भार्गव ने कहा कि जीएसटी कर की दर में कटौती तभी उचित होगी जब वाहनों की आपूर्ति मांग की तुलना में अधिक होगी और उत्पादन को वास्तव में उच्च स्तर तक बढ़ाया जा सकेगा। उन्होंने कहा, ‘‘तभी इसका (जीएसटी कटौती) कोई लाभ होगा। सरकार को इस पर विचार करना चाहिए। इसे निश्चित तौर पर तत्काल करने की कोई जरूरत नहीं है।’’
मारुति ने शुरू की प्रोडक्शन
कोरोना वायरस महामारी के चलते लागू लॉकडाउन के कारण मारूति के मानेसर यंत्र में लगभग 40 दिनों से काम बंद था। कंपनी के मानेसर (Manesar) और गुरुग्राम (Gurugram) संयंत्रों में परिचालन 22 मार्च से निलंबित कर दिया गया था।