आलोक वर्मा
देश में किसी शराब माफिया के खिलाफ ईडी ने पहली बार सबसे बड़ी कार्रवाई की है। ईडी सूत्रों के मुताबिक इस कार्रवाई में सैकड़ों करोड़ रूपये का घपला तो पकड़ा ही गया है करोड़ो की शराब भी बरामद की गई। इतना ही नहींम जांच मे दमन से गुजरात तक फैले शराब तस्करी के बहुत बड़े नेटवर्क को भी ध्वस्त करने में कामयाबी मिली है।
दरअसल गुजरात के ओलपड थाना पुलिस ने करीब 23 लाख की अवैध शराब पकड़ी। पता चला कि ये शराब कुख्यात तस्कर रमेश पटेल की है। इसी मामले की जांच में ईडी को पता लगा कि रमेश पटेल के खिलाफ गुजरात के विभिन्न थानों में 30 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। ईडी की जांच में ये भी पता लगा कि रमेश पटेल के कारोबार में उसकी पत्नी भी शामिल है। रमेश पटेल के पास दमन में कई शराब की दुकानें थीं। यहीं से वो गुजरात के लोकल तस्करों को शराब सप्लाई करता था। जबकि दमन की शराब की दुकानें सिर्फ दमन में ही शराब बेच सकती हैं। ईडी सूत्रों के मुताबिक रमेश पटेल के पास दमन में 4 नामों से दुकान औऱ रेस्टोरेंट थे इन नामों का इस्तेमाल अवैध तस्करी से कमाई गई रकम को जमा कराने में किया जाता था। जाच में पता चला कि 3 सालों में उसके बैंक खातों में 223. 47 करोड़ जमा हुए। शराब की तस्करी के लिए फर्जी बिलों का इस्तेमाल किया जाता था ताकि चेकपोस्ट पर आसानी से पार किया जा सके। शराब के लोकल तस्कर व्हाट्सअप और फोन के सहारे रमेश पटेल के मुख्य आदमी सनत को आर्डर दिया करते थे। बड़ी बात ये भी कि रमेश पटेल ने जिन दो फर्मों का लाइसेंस लिया था उनके नाम पर कोई काम नहीं होता था ये फर्में केवल तस्करी के शराब की रकम को खपाने के काम आती थीं। यहां तक कि दमन एक्साइज विभाग को इस फर्जीवाड़े का भी पता नहीं चला कि रमेश पटेल फर्जी एग्रीमेंट के जरिए एक्साईज विभाग को चूना लगा रहा है। बहरहाल रमेश ने गोदाम को एक ऐसे चाल का रूप दे दिया था जहां 80 परिवार रहते थे और उनकी आड़ में गैरकानूनी धंधे की सुरक्षा हो जाती थी। ईडी को तलाशी के दौरान 2.54 करोड़ की शराब के अलावा लाखों रूपये नकद औऱ करोड़ो की गड़बड़ी का पता चला है यही नहीं ईडी ने रमेश पटेल के घर से लैंड रोवर, आडा और आडी 8एल जैसी महंगी गाड़ियां भी बराबद की हैं। पता चला है कि रमेश अय्याशी की जिंदगी जीता था औऱ उसके जीवन शैली के चर्चे होते थे।