Police uniform-पुलिस (Police) की वर्दी (Uniform) के बारे में जानने से पहले जानते हैं कि पुलिस का मतलब क्या होता है। पुलिस का फुल फार्म Public officer for legal investigations and criminal emergencies है हिंदी में बोले तो कानूनी जांच और आपराधिक आपात स्थिति के लिए लोक अधिकारी। इसका मतलब यह हुआ कि पुलिस वह अधिकारी हैं जो अपने क्षेत्र को हिंसा से मुक्त रखते हैं और जनता से प्राप्त शिकायतों का निवारण करते हैं। पुलिस की जानकारी आप तक लाने के लिए http://indiavistar.com की इस मुहिम की पहली कड़ी में दिल्ली के स्पेशल सीपी दीपेन्द्र पाठक ने पुलिस का फोकस और पुलिस की सेवा कैसी है इस बारे में बताया था। उम्मीद है आप सबने वह कड़ी देखी होगी। नहीं तो उस लिंक को क्लिक कर पूरी बात पढ़ सकते हैं। आईपीएस दीपेन्द्र पाठक ने पुलिस यूनिफार्म का मतलब जो समझाया है वह इस वीडियो में है।
Police uniform का मतलब
चलिए आपको बताते हैं पुलिस की वर्दी के कुछ फैक्ट्स। पुलिस की वर्दी राज्यों के हिसाब से अलग-अलग हो सकती है मगर कुछ मूल चीजें कभ अलग नहीं होती हैं। बात सबसे पहले वर्दी में लगी रस्सी की। यह रस्सी यूं हीं नहीं लगाई जाती है। पुलिस यूनिफार्म में लगी रस्सी को लेनयार्ड (lanyard) कहा जाता है। इस रस्सी को आप ध्यान से देखेंगे तो पाएंगे की रस्सी वर्दी की जेब में जा रही होती है। दरअसल रस्सी से सीटी बंधी होती है जो जेब में रहती है। पुलिस वाले इस सीटी का इस्तेमाल इमरजेंसी पड़ने पर करते हैं।
क्यों होता है पुलिस की वर्दी का खाकी रंग
अक्सर आपके मन में सवाल उठता होगा कि पुलिस की वर्दी का रंग ब्लू, गुलाबी या कुछ औऱ क्यों नहीं होता। ब्रिटीश शासन के समय पुलिस सफेद रंग की वर्दी पहनती थी लेकिन यह बहुत जल्दी गंदा हो जाता था। इसी को देखते हुए वर्दी का रंग बदला गया। उत्तर पश्चिम गवर्नर लारेंस एजेंट के सामने 1856 में अधिकारियों ने पुलिस की वर्दी के रंग का मुद्दा रखा। इसी के बाद हेनरी के आगे एक अधिकारी ने खाकी रंग रखने का सुझाव दिया। इसी के बाद पुलिस की वर्दी का रंग खाकी रखा गया। सालो पहले पुलिस की वर्दी का रंग खाकी करने के लिए चाय की पत्ति का इस्तेमाल किया जाता था। चाय की पत्तियों से निकलने वाला पानी वर्दी का रंग खाकी कर देता था। कालांतर में इसकी जगह सिंथेटिक रंगो ने ले ली। कोलकाता पुलिस की सफेद रंग की वर्दी के पीछे कारण गर्मी को बताया जाता है।