जब कोई अपना बिछड़ जाता है, तो परिवार टूट जाता है, खासकर जब बच्चों की दुनिया से उनकी माँ ओझल हो जाए। दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश कॉलोनी से लापता पश्चिम बंगाल की एक महिला की गुमशुदगी ने उसके मासूम बच्चों को बेहाल कर दिया था। इस मार्मिक स्थिति को देखते हुए, दिल्ली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अपने विशेष मिशन को नाम दिया— “ऑपरेशन मिलाप”।
बच्चों के आँसू: ‘ऑपरेशन मिलाप’ का आरंभ
डीसीपी अंकित सिंह के मुताबिक शिकायत मिलते ही, द्वारका साउथ थाना के तहत आने वाले पुलिस पोस्ट सेक्टर 10 की टीम ने इस मामले को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। टीम में एसआई रजत मलिक (प्रभारी), एएसआई संजीव, और एचसी नरेश कुमार मीणा शामिल थे। लापता माँ के बच्चों की आँखों में आँसू और उन्हें जल्द से जल्द वापस लाने की उनकी गुहार ने पुलिस टीम के संकल्प को और मजबूत कर दिया। उनका लक्ष्य स्पष्ट था: इस ‘मिलाप’ को सफल बनाना।
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अथक प्रयास और आधुनिक तकनीक
ऑपरेशन मिलाप को सफल बनाने के लिए टीम ने कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने तत्काल कार्रवाई शुरू की और लापता महिला को खोजने के लिए हर संभव प्रयास किया। इस दौरान मोबाइल के सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) और आईएमईई (IMEI) नंबर की गहन जाँच और विश्लेषण किया गया। पुलिस की लगन और व्यवस्थित जाँच ने उन्हें एक महत्वपूर्ण सुराग तक पहुँचाया।
सफल ‘मिलाप’: गाजियाबाद में खोज, घर पर ख़ुशी
पुलिस की अथक मेहनत और लगन का फल 27 नवंबर 2025 को मिला। ऑपरेशन मिलाप के तहत काम कर रही पीपी सेक्टर 10 की टीम ने लापता महिला को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, बृज विहार से ढूंढ निकाला। शिकायतकर्ता की उपस्थिति में, महिला को सुरक्षित टैक्सी द्वारा वापस लाया गया।
पूछताछ में महिला ने यह स्पष्ट किया कि उनके साथ कोई अनहोनी नहीं हुई थी और वे अपनी मर्ज़ी से घर वापस लौटना चाहती थीं। पुलिस की यह नेक और न्यायपूर्ण कार्रवाई ऑपरेशन मिलाप के उद्देश्य को पूरा करने वाली थी, जिससे न केवल एक लापता व्यक्ति वापस आया, बल्कि एक परिवार का बिखरा हुआ ताना-बाना फिर से जुड़ गया।
कर्त्तव्य और मानवता का सम्मान
सभी कानूनी औपचारिकताओं और सत्यापन के बाद, लापता महिला को उनके परिवार (शिकायतकर्ता) को सौंप दिया गया।
ऑपरेशन मिलाप की सफलता, विशेष रूप से पीपी सेक्टर 10, द्वारका के कर्मचारियों द्वारा दर्शाई गई ईमानदारी, तत्परता और पेशेवर टीमवर्क को उजागर करती है। संवेदनशीलता के साथ लापता व्यक्तियों के मामलों को संभालना और इस तरह के पुनर्मिलन को सुनिश्चित करना दिल्ली पुलिस की मानवता और समर्पण के उच्च स्तर को दर्शाता है।
दिल्ली पुलिस ने इस सफल ऑपरेशन के माध्यम से एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि वे न केवल कानून के रखवाले हैं, बल्कि दिलों को जोड़ने वाले और परिवारों में खुशियाँ वापस लाने वाले सच्चे नायक भी हैं।











