कुख्यात सुमित धनकर दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। कुख्यात सुमित को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आउटर रिंग रोड से गिरफ्तार किया। एक करोड़ रुपये की जबरन वसूली के मामले में उसकी तलाश थी। बदमाशों ने इस वसूली के लिए 30 जनवरी को गोली भी चलाई थी।
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाह के मुताबिक कुख्यात सुमित को एसीपी अतर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर शिवकुमार और जितेन्द्र कुमार की टीम ने गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से .32 बोर की सेमीआटोमेटिक पिस्टल और 5 कारतूस भी बरामद किए गए। कपिल सांगवान के नाम पर यह जबरन वसूली गोशाला के चेयरमैन से हो रही थी। सुमित ने वसूली की साजिश कपिल सांगवान उर्फ नंदू के भाई ज्योति उर्फ बाबा के साथ मिलकर रची थी। जबरन वसूली के लिए पिछले साल दिसंबर में कई दिनों वीओआईपी कॉल करके धमकाया गया था। जब वसूली की रकम के लिए इकार किया गया तो गिरोह ने गोशाला पर गोली भी चलाई थी।
कुख्यात सुमित धनकर कपिल सांगवान उर्फ नंदू गैंग का सक्रिय सदस्य है। सुमित नंदू के जेल में बंद भाई के साथ नियमित संपर्क में था। दोनो ने मिलकर 90 एकड़ में फैली गोशाला के मालिक से मोटी रकम वसूली की साजिश रची थी। इसके लिए ज्योति के निर्देश पर सुमित ने दो वर्चुअल इंटरनेशनल नंबर लिया था। इन्हीं नंबरो के सहारे जबरन वसूली की काल 22, 23 और 27 दिसंबर को की गई। कॉल करने वाले ने खुद को कपिल सांगवान उर्फ नंदू बोला था। रकम ना दिए जाने पर पूरे परिवार को खत्म करने की बात कही गई थी। जब गोशाला मालिक ने रकम देने से मना कर दिया तो गोशाला पर गोली चलाई गई।
सुमित 2016 में हुई एक हत्या में भी लिप्त रहा है। वह कपिल के साथी सचिन के माध्यम से ज्योति उर्फ बाबा के संपर्क में आया था। हत्या के मामले में सुमित को 2017 में जमानत मिली थी। गौरतलब है कि कपिल सांगवान उर्फ नंदू गैंग की रंजिश गैंगस्टर मंजीत महल के साथ है। दोनों की लड़ाई में 8 लोगों की जान जा चुकी है।