नई दिल्ली, इंडिया विस्तार। व्हाट्सएप्प ग्रुप से एस्कार्ट सर्विस संचालित करने वाले नाबालिग लड़कियों का अपहरण कर उन्हें जबरन देह व्यापार में धकेल रहे हैं। यह सनसनीखेज खुलासा दिल्ली की राजौरी गार्डन पुलिस ने किया है। एस्कार्ट सर्विस के संचालक डेढ़ सौ से अधिक व्हाट्सएप्प ग्रुप के माध्यम से देश भर में एस्कार्ट सर्विस दे रहे थे। नाबालिग लड़की के अपहरण का मामला सुलझाते हुए दिल्ली पुलिस के हत्थे ये सिंडिकेट चढ़ गया।
वेस्ट दिल्ली पुलिस उपायुक्त उर्विजा गोयल के मुताबिक 22 जनवरी को एक नाबालिग लड़की के अपहरण का मामला दर्ज किया गया था। लड़की की तलाश में शिकायतकर्ता के मित्र, रिश्तेदार आदि सबसे गहन पूछताछ औऱ जांच की गई। पड़ताल के दौरान पुलिस को पता लगा कि लड़की का अपहरण मानव तस्करी करने वाले गैंग ने किया है औऱ उसे एस्कार्ट सर्विस संचालकों को बेच दिया गया है। आला अफसरों के निर्देश पर गहन जांच की गई शक हुआ कि लड़की को अवैध शराब की सप्लाई के लिए बिहार भेज दिया गया है। पुलिस को यह भी सूचना मिली थी कि लड़की से देह व्यापार कराया जा रहा है। इस तरह की सूचनाओं के मद्देनजर राजौरी गार्डन एसीपी संजय शर्मा की देखरेख और थाने में तैनात इंस्पेक्टर अत्तर सिंह के नेतृत्व में एसआई संदीप कुमार, महिला एसआई आशा सिंह, एएसआई विनीत प्रसाद, कांस्टेबल शमशेर और महिला कांस्टेबल जया की टीम बनाई गई। पुलिस टीम ने संभावित स्थानों पर छापेमारी शुरू की। मजनू का टीला इलाके में छापेमारी के दौरान पुलिस ने चार आरोपी को गिरफ्तार कर नाबालिग लड़की को बरामद कर लिया। बरामद लड़की से पता चला कि वह एक बहुत बड़े देह-व्यापार के सिंडिकेट के हत्थे चढ़ गई थी। यह गैंग व्हाट्सएप्प ग्रुप के माध्यम से एस्कार्ट सर्विस संचालित करता था। व्हाट्स एप्प पर लडकी के फोटो डाल दिए जाते थे। लड़की ने यह भी बताया कि वह पास के दुकान में कुछ लेने गई थी उसी समय उसका अपहरण कर लिया गया था। उसे केक खाने के बहाने बुलाया गया था और जैसे ही उसने केक खाया वह बेहोश हो गई। इसके बाद उसे मजनू का टीला निवासी संजय, अंशू शर्मा, सपना गोयल औऱ कनिका राय के हवाले कर दिया गया।पुलिस ने इन चारो को गिरफ्तार कर लिया है उनके दो साथियों की तलाश जारी है।
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