रेल में जब सफर कर रहें हों तो काला कोट सफेद पैंट पहने आपसे टिकट मांगने पहुंचे हर शख्स को टीटीई ना समझे। आजकल उगाही करने वाले फर्जीयों का ये एक नया धंधा है। रेलवे पुलिस बल ने इस साल अक्टूबर तक ऐसे 65 फर्जी टीटीई दबोचे हैं जो टिकट जांच करने के नाम पर ट्रेनों मे उगाही करते फिरते हैं। ताजा मामला सूरत का है।
रेलवे पुलिस बल आरपीएफ के मुताबिक सब इंसपेक्टर विकास कुमार को सूचना मिली थी कि एक फर्जी टीटीई मध्य एवं पश्चिमी रेलवे के अंतर्गत चलने वाली ट्रेनों में उगाही करता घूम रहा है। सूचना, आरपीएफ के ही नीलेश चौहान की थी और उनके पास फर्जी टीटीई की तस्वीर भी थी। सूचना ये भी थी कि फर्जी टीटीई को ट्रेन नंबर 19051 में उधना स्टेशन पर देखा गया है। सूचना के आधार पर सबइंस्पेक्टर विकास कुमार, एएसआई कोमल सिंह और सिपाही विपिन की टीम ने फर्जी टीटीई की तलाश शुरू की। काफी मशक्कत के बाज उनकी कोशिश कामयाब हुई औऱ फर्जी टीटीई उपरोक्त ट्रेन के कोच नंबर Ab/1 में पकड़ा गया। परिचय मांगने पर फर्जी टीटीई ने दो दो आईडी दिखाए जो जांच में फर्जी पाए गए। उसके पास टिकट जांच करने का कोई अधिकार पत्र भी नहीं था। पूछताछ में आखिरकार उसने मान लिया कि वह फर्जी तरीके से उगाही करने के लिए टीटीई बना था। उसकी पहचान जितेन्द्र सुपड़ाभाई के रूप में हुई। उसके पास से काले रंग का बैग भी बरामद हुआ जिसमें फर्जी आईडी, आई फोन और नकदी आदि बरामद हुए। सूरत जीआरपी मामले की जांच कर रही है।

















