अगर आप रेल से यात्रा कर रहे हैं तो पहली बात मोबाइल चोरों से सावधान रहिए औऱ दूसरी बात मोबाल गुम होने पर जीआरपी थाने में मामला जरूर दर्ज कराईए। अगर आपने मामला दर्ज नहीं कराया तो चोर पकड़े जाने पर भी आसानी से छूट जाएगा।
ऐसा ही एक वाक्या मुंबई के नालासोपारा रेलवे स्टेशन पर 29 सितंबर को हुआ। रेलवे सुरक्षा बल के कांस्टेबल मुकेश और शैलेन्द्र सिंह ने मीडिल ब्रिज के नीचे से एक संदिग्ध को हिरासत में लिया। दरअसल ये संदिग्ध 19 सितंबर को दोपहर करीब 1.53 बजे एक रेलयात्री से मोबाइल छीनते समय सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था। तभी से उसकी तलाश थी। हिरासत में लिए गए शख्स ने पूछताछ में अपना नाम अशरफ बताया। आरपीएफ ने अशरफ नाम के इस चोर को जीआरपी के हवाले कर दिया। मगर जीआरपी ने इस चोर को अपने पास लेेने से मना कर दिया। जीआरपी के मना करने की वजह थी अशरफ के खिलाफ किसी तरह की शिकायत का दर्ज ना होना। दरअसल 19 सितंबर को जिस रेलवे यात्री से मोबाइल छीनने की वारदात करते हुए अशरफ सीसीटीवी में कैद हुआ था उस यात्री ने कोई मामला दर्ज नहीं कराया था इसलिए जीआरपी अशरफ को लेने के लिए तैयार नहीं थी। आखिरकार अशरफ को जमानत पर छोड़ना पड़ा।
दूसरे मामले में मलाड़ रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ के हवलदार संतोष सिंह ने गौतम जगन्नाथ नाम के मोबाइल फोन चोर को गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से स्टेशन से ही छीना गया मोबाइल फोन बरामद किया गया।