उपर दिए गए यू टयूब लिंक को क्लिक कीजिए और देखिए इस गीत के बोल को जो कुछ यूं है “राहुल ओ रंगइहे, नीतीशो रंगइहे
मोदी रंग सबके, मनोज लगइहे”। इस पंच लाइन का जिक्र इसलिए किया गया है क्योंकि ऐसा भोजपूरी ही नहीं शायद हिंदी फिल्म के इतिहास में पहली बार है जब होली का कोई गीत केवल गीत ना होकर बहुत कुछ कहता है। जब आप इस अलबम के गीत सुनेंगे जरा ध्यान से तो समझ आएगा कि किस तरह होली के गीतों के माधयम से सरकार के एक एक काम का जिक्र किया गया है। दरअसल इसी ‘पंच-लाइन’ के साथ भोजपुरी संगीत के बादशाह माने जाने वाले दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी का हाल ही में वीडियो अलबम जारी हुआ है जिसका नाम है ‘रंगवा मोदी के कमाल, देशवा में होलियाँ मनतु है’ इस अलबम ने देशभऱ में धमाल मचा रखा है।
इस विडीओ-एलबम के रिलीज़ होने के चंद दीनों के पश्चात् जिस तरह सोशल मीडिया और यू ट्यूब पर लाखों कि तादाद में ‘दर्शकों ने इस देखा औऱ पसंद किया वह इस बात को साबित कर रहा है कि ‘भोजपुरी संगीत और सिनेमI की दुनिया में मनोज तिवारी के सामने फिलहाल दूर दूर तक कोई दूसरा कलाकार नहीं है। भोजपुरी फ़िल्म जगत् के जाने-माने विश्लेषकों ने ‘इण्डिया-विस्तार’ से ख़ास बात-चीत में कहा की, “मनोज तिवारी ने आज फिर यह साबित कर दिया की वह कलाकार और गायक के साथ-साथ एक सर्वोच्च कोटी के चिन्तक है जिसमें उनकी राजनैतिक चिन्तन प्रमुख है । जिस तरह से उन्होंने सरकार की जन-मानस से जुड़ी योजनाएँ, उपलब्धियाँ और प्रधानमंत्री मोदी जी की साहशिक क़दमों को, होली के गाने में पिरोया है, वह अतुलनीय है” ।
“मनोज तिवारी और उनके गानों की यही विशेषता रही है । ये गाना भी उसी की एक कड़ी है। भोजपुरी फ़िल्म जगत के बाक़ी गायक और कलाकार क्यों उनसे काफ़ी पीछे हैं, इसका सिर्फ़ और सिर्फ़ एक हीं कारण है की वो अपने गाने में हमेशा फूहड़पन का सहारा लेते हैं । इस एल्बम में मनोज तिवारी ने विपक्ष में बैठें लोग या फिर यूँ कहिये एनडीए गठबंधन के कुछ नेता जो की भाजपा के पुराने आलोचक रहे हैं, उनपर भी तंज कसा है लेकिन बड़े संजीदगी से।