तारीख 31 दिसंबर, जगह दिल्ली का इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम। खचाखच भरे इस स्टेडियम में दिल्ली पुलिस के 25 हजार कर्मी और इनका परिवार इकट्ठा हुआ। एक साथ इतने पुलिसवाले और किसी वजह से नहीं बल्कि इसलिए इकट्ठा हुए कि उनकी पूछ अब अपने समाज में अचानक बढ़ गई है। जी हां दिल्ली पुलिस देश का पहला ऐसा बल बन गई जिसमें इस साल 25 हजार लोगों को पदोन्नति मिली है। सिपाही से सबइंसपेक्टर तक के इन पुलिसकर्मियों ने तरक्की की आस छोड़़ दी थी। 28 साल की नौकरी के बाद भी इन्हें तरक्की नहीं मिली थी। इसीलिए आज दिल्ली पुलिस के कमिश्नर आलोक वर्मा ही नहीं बल्कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह सहित उनके सभी सहयोगी मंत्री भी इंदिरागंधी इंडोर स्टेडियम पहुंचे।
सीपी आलोक वर्मा को धन्यवाद देने के लिए 20 हजार पुलिसकर्मियों ने हस्ताक्षर कर बड़ा सा धन्यवाद बोर्ड भी रखा। यही नहीं 1997 बैच के पदोन्नत 16 इंस्पेक्टरों ने 26 किलोमीटर का मैराथन दौड़ पूरा कर धन्यवाद किया। धन्यवाद के इस अनोखे अंदाज से भावभीन हुए सीपी ने कहा कि जब उन्होंने पद संभाला और पता चला कि पुलिसकर्मी सालों से पदोन्नति के लिए तरस रहे हैं तभी से वो इस काम में लग गए थे। उन्होंने कहा कि 25827 पदोन्नति में बड़ी संख्या महिलाओं की भी है। दरअसल सीपी के इस मकसद को पूरा करने के लिए संयुक्त आयुक्त प्रवीर रंजन, पुलिस मुख्यालय इसटैबलिसमेंट के डीसीपी आर ए संजीव और इनकी टीम ने दिन रात एक किया औऱ फिर एक साथ इतनी बड़ी संख्या में पदोन्नति का इतिहास बना दिया। इस अवसर पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी पदोन्नति की तारीफ की और कहा कि यह पहला अवसर है जब पुलिसकर्मी परिवार की इतनी बडी संख्या को संबोधित करने का मौका मिला है। उन्होंने प्रस्तावित 15 हजार नए पदों को स्वीकृत होने के संकेत भी दिए।