इंडिया विस्तार, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने चार दिन तक चले ऑपरेशन के दौरान दिल्ली हरियाणा में कुख्यात चीता गैंग के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनके साथ ही इन्हें हथियारों की सप्लाई देने वाले दो हथियार तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। इनकी निशानदेही पर 13 पिस्टल बरामद किए गए हैं। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार बदमाशों की सात सनसनीखेज मामलों में तलाश थी।
गिरफ्तार आरोपी
गिरफ्तार बदमाशों की पहचान कमल उर्फ दीपक, कालू उर्फ सचिन, तरूण उर्फ अश्वनी, करन गोगिया, शाहिद औऱ इरफान के रूप में हुई है। द्वारका क्राइम ब्रांच में तैनात एएसआई प्रदीप हुड्डा औऱ एएसआई सत्येन्द्र को सूचना मिली थी कि चीता गैंग के बदमाश द्वारका सेक्टर-3 में एकत्रित होने वाले हैं।
पुलिस टीम
सूचना थी कि ये बदमाश 25 अक्टूबर की रात 8-9 बजे इकट्ठा होंगे। सूचना के आधार पर डीसीपी भिष्म सिंह की निगरानी में एसीपी आदित्य गौतम की देखरेख में इंसपेक्टर रिछपाल सिंह के नेतृत्व में एसआई संजय, एएसआई प्रदीप, सतेन्द्र, कुलदीप, वेदपाल, गोविंद सिंह, हवलदार राम कुमार, राजीव सेहरावत, सुनील, प्रवीण, प्रविन्द्र, परमजीत, धर्मराज, श्याम सुंदर और बृजलाल की टीम बनाई गई।पुलिस टीम ने उपरोक्त स्थान पर जाल बिछाया औऱ दो स्कूटी पर सवार चार लोगों को धर दबोचा। जांच में इनके पास से एक सॉफिसिकेटेड पिस्टल के साथ तीन देशी पिस्टल औऱ 12 कारतूस बरामद हुए। इनके पास से बरामद स्कूटी चोरी की थी।
हथियार तस्कर
इन्हें पुलिस रिमांड पर ले लिया गया। पुलिस हिरासत के दौरान हुई पूछताछ और इनकी निशानदेही पर मेवात निवासी शाहिद को भी दबोचा गया। शाहिद ही इन बदमाशों को हथियार सप्लाई करता था। शाहिद के पास से पुलिस को 5 देशी पिस्टल , 10 कारतूस बरामद हुए। शाहिद से पूछताछ में पता चला कि अवैध हथियारों की खेप मथुरा निवासी इरफान करता था। पुलिस टीम ने मथुरा में छापा मारा लेकिन इरफान दिल्ली ही आया था आखिरकार पुलिस ने उसे कापसहेड़ा से गिरफ्तार कर लिया गया। उसके कब्जे से 4 सॉफिसिकेटेड पिस्टल औऱ 8 कारतूस बरामद हुए।
कई मामलों में तलाश
पुलिस के मुताबिक इन बदमाशों की कई मामलों में तलाश थी। हरियाणा औऱ दिल्ली के कई शूटआउट केस के अलावा बदमाशों का यह गैंग टोल बूथों को लूटने के लिए भी कुख्यात है। गैंग का सरगना मोनू उर्फ चीता है जो 20-15 उभरते बदमाशों के साथ इस गैंग को चलाता है।