हिज्बुल मुजाहिदीन के मुखिया और युनाईटेड जिहाद काउंसिल के चेयरमैन आतंकी सैयद सलाहुद्दीन के 42 वर्षीय बेटे सैय्यद शाहिद यूसुफ को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गिरफ्तार किया है। शाहिद ने कृषि में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रखी है और अपने गांव में ही जम्मू काश्मीर के कृषि विभाग में बतौर विलेज एग्रीकल्चर एक्सटेंशन असिस्टेंट काम कर रहा था। आरोप है कि शाहिद लंबे अर्से से फरार चल रहे हिजबुल के आंतकी एजाज से हवाला के जरिए पैसे मंगा रहा था और पैसे भेज भी रहा था।
एनआईए ने शाहिद को 2011 हवाला फंडिंग केस में गिरफ्तार किया है, इसी मामले में एजाज फरार है। एनआईए ने इस मामले में दो चार्जशीट भी दाखिल की है जिसमें चार लोग न्यायिक हिरासत में हैं जबकि एजाज अहमद भट और मकबूल पंडित फरार चल रहे हैं। इनके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस भी जारी हो चुका है।
सूत्रों का कहना है कि एजाज वेस्टर्न यूनियन के जरिेए यूसुफ को रकम भेजता था। एनआईए के पास इस बात के सबूत हैं कि सऊदी अरब और भारत से पैसे भेजे गए हैं। सूत्रों का कहना है कि भेजे गए पैसे का इस्तेमाल जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में किया गया था। एनआईए के पास युसूफ और एजाज के बीच बातचीत के सबूत भी हैं।
पिछले कुछ महीनों से सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों के रिश्तेदारों और हवाला के जरिए उन्हें पैसे पहुंचाने वालों के खिलाफ अपनी सख्ती बढ़ा दी है। सलाहुद्दीन ने दो शादी की है और शाहिद यूसुफ उसकी पहली पत्नी का बेटा है। हिज्बुल चीफ अपनी दूसरी पत्नी के साथ पाकिस्तान में रहता है। इसी साल यूनाइटेड नेशंस ने सलाहुद्दीन को वैश्विक आतंकी घोषित किया है। सलाहुद्दीन पाकिस्तान में युनाईटेड जिहाद काउंसिल का सरगना है।
उस पर भारत में कई आतंकी हमलों में शामिल होने का आरोप है। पिछले साल जनवरी में पठानकोट एयरबेस पर हमले के पीछे उसके संगठन यूनाइडेट जिहाद काउंसिल का ही हाथ था। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद भी सलाहुद्दीन के संगठन का हिस्सा है। एनआईए ने सलाहुद्दीन के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल की है और एक मामले में उसे फरार भी घोषित किया जा चुका है उसके खिलाफ भी रेड कार्नर नोटिस जारी हो चुकी है। बता दें कि इस साल अगस्त में एनआईए को अलगाववादी नेता शाहिद उल इस्लाम के पास से कश्मीर के 150 आतंकियों की लिस्ट मिली है। शाहिद, मीरवाइज उमर फारूक का करीबी है। शाहिद ने पूछताछ में बताया है कि अलगाववादी नेताओं को सिर्फ पाकिस्तान से ही नहीं, बल्कि दुबई और लंदन से भी फंड मिलता है।