किरण दुबे
महादेव मंदिरब्रह्मपुर, बिहार के बक्सर जिले में स्थित एक शहर ….जो की प्रसिद्ध हिंदू धार्मिक जगह भी है। यह मुख्य रूप से भगवान शिव के मंदिर की पौराणिक कथा और उसके पशु मेले के लिए प्रसिद्ध है। सावन के आगमन के साथ इस जगह का महत्व काफी बढ़ जाता है खासकर बिहार के शाहाबाद में।
लोक प्रचलित कथाओं के मुताबिक यहाँ भगवान शंकर, शिव लिंग के रूप में स्वयं धरती से बाहर आए हैं। उनका नाम ब्रह्मेश्वर नाथ है। यही कारण है कि गांव का नाम ब्रह्मपुर पडा, जो वास्तविक नाम है।
आपने किसी मंदिर का दरवाजा पश्चिम दिशा में नहीं देखा होगा लेकिन इस मंदिर का दरवाजा पश्चिम दिशा में है इसकी भी वजह है। कहते है कि
प्राचीन काल में, मुस्लिम शासक मोहम्मद गज़नी, जब मंदिर को तोड़ने और यहाँ का धन लूटने आया तो, ब्रह्मपुर के लोगों ने उसको चेतावनी दी की अगर वो मंदिर तोड़ेगा तो बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ की तीसरी आँख उसका विनाश कर देगी। गज़नी ने कहा की ऐसा कोई देवता नहीं हैं। अगर हैं, तो मंदिर का प्रवेश द्वार, जो पूरब दिशा में है वो रात भर में पश्चिम में हो जायेगा। अगर ऐसा होता है तो वह मंदिर को छोड़ देगा और कभी मंदिर के पास नहीं आएगा। अगले दिन प्रातः कल जब वो मंदिर पर पहुँचा तो दंग रह गया। मंदिर का प्रवेश द्वार पश्चिम की तरफ हो चुका था। भोले के चमत्कार से प्रभावित गजनी वहा से हमेशा के लिए चला गया। तभी से इस मंदिर का दरवाजा पश्चिम की ओर है।