ये कहानी है 29 साल के एक ऐसे नौजवान की जिसने दिल्ली विश्वविध्यालय से ग्रेजुएट किया हुआ है। नाम है रोहित चौधरी।
दिल्ली पुलिस रोहित की शिद्दत से तलाश कर रही थी। इस पर इनाम था 50 हजार। पुलिस रिकार्ड के मुताबिक रोहित चौधरी नाम के इस नौजवान पर मर्डर जैस गंभीर आरोप हैं। साउथ दिल्ली पुलिस के एसीपी आदित्य गौतम, पलविदंर सिंह की देखरेख और इंसपेक्टर हीरालाल के नेतृत्व में सबइंसपेक्टर जीत सिंह, सत्येन्द्र खारी, ज्ञानेश्वर, एएसआई बीर सिंह . विजय कुमार, रामकिशन, हवलदार रविन्दर, विनय कुमार, सिपाही प्यार सिंह, कुलदीप, लंदीप, नरेश और योगेश ने 28 नवंबर को महरौली के पास से रोहित और उसके तीन साथी राजेश उर्फ रावण, जोजो और अनिल को गिरफ्तार किया। पुलिस ने तलाशी में इनके पास से एक कार्बाइन, 4 .32 बोर के औऱ 2 9एमएम के पिस्टल, 72 जिंदा कारतूस और लूटी गई स्कारपियो बरामद की।
जरा सोचिए एक ग्रेजुएट युवक जिसकी उम्र केवल 29 साल थी। उसके औऱ उसके साथियों के पास इतनी मात्रा में गैरकानूनी कीमती हथियार थे। जाहिर है पुलिस रिकार्ड में इन पर लगाए गए कई संगीन आरोपों के दावे में सच्चाई है। मगर बड़ी बात ये कि ग्रेजुएट करने वाला रोहित गैंगस्टर कैसे बना। पूछताछ में जो उसने बताया उसके मुताबिक ग्रेजुएशन के दौरान उसकी दोस्ती मदनगीर के कुछ आवारा युवाओं से हुई। उस समय ये दोस्ती कालेज में दूसरे गुटों से बचाव के लिए की गई थी मगर धीरे धीरे दोस्ती आदत बनी औऱ ग्रेजुएशन की पढ़ाई खत्म करने तक रोहित गैंगस्टर बन गया। पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी से राहत की सांस ली है क्योंकि इस गिरोह ने कई दिनों से पुलिस की नाक में दम किया हुआ था। यही नहीं पुलिस को इस गिरफ्तारी के बाद यूपी से दिल्ली तक फैले हथियार तस्करी के एक बड़े रैकेट का खुलासा होने की उम्मीद है।