नई दिल्ली, इंडिया विस्तार। दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव ने पुलिसकर्मियों से कहा कि चोट औऱ दर्द का बदला कोई मुआवजा नहीं हो सकता। वह 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस परिवार कल्याण समिति की तरफ से मुआवाजा दिया जा रहा है मगर कोई मुआवजा किसी चोट और दर्द का इलाज नहीं कर सकती। पुलिस आयुक्त बाहरी दिल्ली में वेस्टर्न रेंज के घायल पुलिसकर्मियों को देखने गए थे। उनके साथ वेस्टर्न रेंज के विशेष पुलिस आयुक्त संजय सिंह और ज्वांयट सीपी शालिनी सिंह बाहरी दिल्भीली पुलिस उपायुक्त डा. ए कोन सहित कई अफसर मौजूद थे।
26 जनवरी को हुई हिंसा में घायल 510 पुलिसकर्मियों में से 144 वेस्टर्न रेंज से थे। जिनमें कई लोग काफी गंभीर रूप से घायल हैं। पुलिस आयुक्त एस एन श्रीवास्तव ने पुलिसकर्मियों के धैर्य और उनके पेशेवर रवैये की सराहना की। उन्होंने पुलिसकर्मियों से कहा कि आने वाले दिनो में वो हर कड़ी से कड़ी चुनौती का सामना करने के लिए हर तरह से तैयार रहें। उन्होंने कहा कि दंगो जैसी स्थिति से निपटने के पूर्वाभ्यास नियमित तौर पर होना चाहिए। उन्होंने 26 जनवरी को अर्द्धसैनिक बलों द्वारा किए गए प्रबंधों और कार्रवाही की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए माकूल कार्रवाई के लिए हरेक पुलिसकर्मी स्वतंत्र है।
गौरतलब है कि वेस्ट्रन रेंज के घायल पुलिसकर्मियों में मोहन गार्डन एसएचओ बलजीत सिंह औऱ हवलदार जगबीर सिंह भी शामिल हैं। क्रूर भीड़ के हमले में बलजीत सिंह के दोनो हाथ टूट गए थे जबकि जगबीर पर लाठी डंडो से हमला किया गया था।