cybersecurity tools का फायदा हर इंसान उठा सकता है। जरूरत है इसका इस्तेमाल करने के तरीके को ठीक से समझने का। cybersecurity tools का उपयोग cyber attack से बचने के लिए किया जा सकता है। यही नहीं अगर आपने अंजाने में किसी संदिग्ध फाइल, वीडियो, फोटो या लिंक को क्लिक कर दिया है तो उसकी सच्चाई भी cybersecurity tools के माध्यम से जान सकते हैं।
cybersecurity tools का ऐसे करें इस्तेमाल
यदि आपको संदेह है कि आपने किसी संक्रमित file, email, photo या video खोला है, तो आप इसे स्वयं cybersecurity tools की मदद से जांच सकते हैं। Social media platforms लगातार उपयोगकर्ताओं को चेतावनी देते हैं कि वे unsolicited videos, photos या messages—विशेष रूप से unverified contacts से प्राप्त संदेशों को न खोलें।
इसलिए इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय कुछ चीजों को ध्यान में रखना जरूरी होता है। Unverified sources से प्राप्त files, emails या messages को खोलने से बचें। Unsolicited content के साथ जुड़ने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि इससे malware infection का जोखिम बढ़ जाता है।
वीडियो या फोटो में छिपे हुए मैलवेयर का पता लगाने के तरीके
Cybercriminals मीडिया फ़ाइलों में malicious payloads छिपाने के लिए धोखाधड़ी तकनीकों का उपयोग करते हैं। संभावित खतरों की पहचान करने के लिए सतर्क दृष्टिकोण अपनाएँ। इसके लिए फ़ाइल फ़ॉर्मेट जांचें, Malware अक्सर हेरफेर किए गए file formats में छिपा होता है। यदि किसी image या video का extension .exe, .scr, या .lnk है, तो सतर्क रहें।
Standard media files में .jpg, .png, .mp4, या .avi जैसे extensions होने चाहिए। भरोसेमंद सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर से स्कैन करें। Google Play Protect (for Android) या Windows Defender का उपयोग करके media files को स्कैन करें। संदिग्ध files को VirusTotal पर अपलोड करें, जो malware signatures की जाँच कई antivirus engines की मदद से करता है।
फ़ाइल के व्यवहार पर नज़र रखें। यदि कोई image या video अतिरिक्त permissions मांगता है, जैसे “Run script” या “Install software,” तो यह संभवतः संक्रमित हो सकता है। Malicious files अक्सर unexpected network connections बनाते हैं या CPU usage अचानक बढ़ा देते हैं।
असामान्य लिंक और QR कोड से बचें। कुछ media files में malicious URLs या QR codes होते हैं, जो phishing sites की ओर ले जा सकते हैं। QR codes को स्कैन करने से पहले हमेशा जांचें और shortened या unfamiliar links पर क्लिक करने से बचें।
उन्नत पहचान विधियाँ
💡 Steganography & Metadata Analysis – Cybercriminals डेटा को images में छिपा सकते हैं।
💡 StegExpose जैसे टूल की मदद से steganographic analysis करें।
💡 यदि उन्नत विशेषज्ञता की आवश्यकता हो, तो cybersecurity professional से परामर्श करें, जो forensic analysis कर सकता है।
साइबर सुरक्षा को प्राथमिकता दें! इन उपायों को अपनाकर malware infections के जोखिम को कम करें और अपने digital environment को सुरक्षित बनाएँ।
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