नई दिल्ली, इंडिया विस्तार। जूही मिश्रा की दादी शायद ना बचती अगर उन्हें नई दिल्ली जिला पुलिस में तैनात कांस्टेबल अनिल की मदद नहीं मिलती, कोविड मदद के लिए शुरू हुई दिल्ली पुलिस हेल्प लाइन पर तैनात एएसआई गुरदेव लाल ने मदद ना की होती। जूही मिश्रा दिल्ली पुलिस को थैंकयू कहते नहीं थकतीं क्योंकि पुलिस की वजह से उनकी 72 वर्षीय दादी का दाखिला अस्पताल में हो सका था।
22 अप्रैल की सुबह मोतियाखान निवासी जूही मिश्रा की 72 वर्षीय दादी दुर्गावति को सांस लेने में तकलीफ होने लगी। कोरोना लक्षण का संदेह होने पर जूही मिश्रा अपनी दादी को लेकर गंगा राम, जीवन माला, बीएलके और राम मनोहर लोहिया अस्पताल के चक्कर काटती रहीं मगर वर्तमान हालात में किसी भी अस्पताल मे जूही की दादी को दाखिला नहीं मिला। अस्पतालो के चक्कर काटते काटते सुबह 9 से शाम को 6 बज गए मगर परिणाम नहीं निकला, इसी बीच उन्हें एलएनजेपी अस्पताल के बारे में बताया गया। मगर वहां जाने के दौरान उनकी दादी अपनी चेतना खोने लगी थीं। इसके बाद जूही से रहा नहीं गया उन्होंने दिल्ली पुलिस की हेल्प लाइन 011-23469900 पर फोन किया। फोन करते ही जूही को अनेपक्षित जवाब मिला। हेल्प लाइन पर कॉल लेने वाले एएसआई गुरदेव लाल ने जूही का मार्गदर्शन करते हुए उन्हें लेडि हार्डिॆंग मेडिकल कालेज भेजा। उन्हें वहां डयूटी पर तैनात कांस्टेबल अनिल से संपर्क करने के लिए कहा गया था। जूही अस्पताल पहुंचीं उन्होंने कांस्टेबल अनिल से संपर्क किया। कांस्टेबल अनिल कुमार की मदद से जूही की दादी दुर्गावती का दाखिला इमरजेंसी वार्ड में हो गया। उन्हें तत्काल आक्सीजन आदि की मेडिकल मदद भी मिल गई। दुर्गावती की हालत अब स्थिर है और जूही दिल्ली पुलिस को शुक्रिया कर रही हैं।