Gold Investment-सोना में निवेश कर कौन नहीं लाभ कमाना चाहता। निवेश करना भी चाहिए लेकिन सोना-निवेश के लिए कौन सा माध्यम अपना रहें हैं इस खबर को जरूर पढ़ लीजिए। दिल्ली पुलिस ने सोना में निवेश के नाम पर चल रहे एक ऐसे फर्जी एप्प का खुलासा किया है जिसके तार चीन तक जुड़े हुए हैं। आउटर नार्थ दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने इस सिलिसले में गुजरात, दिल्ली और पंजाब में छापा मारकर चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
Gold Investment-ऐसे फर्जीवाड़ा का हुआ खुलासा
डीसीपी रवि कुमार सिंह के मुताबिक साइबर सेल पुलिस को अंकित नेगी नामक शख्स ने 16 लाख रुपये की ठगी होने की शिकायत दी थी। बताया गया था कि एक व्हाट्सएप्प ग्रुप में उसके दो ए़डमिन गोल्ड ट्रेडिंग के लिए सिफारिश कर रहे थे। यही नहीं उन्होंने जीबीएल गोल्ड एप्प डाउनलोड करने पर जोर दिया। उनके कहने पर अंकित ने पैसा निवेश कर दिया लेकिन जब उसने पैसा निकालने की कोशिश की तो उसे ब्लॉक कर व्हाट्स एप्प ग्रुप से बाहर कर दिया गया।
मामले की गंभीरता को भांप डीसीपी रवि कुमार सिंह ने एसीपी यशपाल सिंह की देखरेख में साइबर थानाध्यक्ष रमण कुमार सिंह के नेतृत्व में एसआई दीपा, विशाल चौधरी, हेड कांस्टेबल संजीत, संदीप, मनोज, जितेन्द्र, रमण, प्रोमिला, ईश्वर यादव और कांस्टेबल रिंकू की टीम बनाई। पुलिस टीम ने मनी ट्रेल आदि की जांच कर सबसे पहले दिल्ली के पटेल नगर से सैम गोस्वामी उर्फ मंजीत गोस्वामी को गिरफ्तार किया।
उसके बाद बड़ोदरा से जसकिरत सिंह उर्फ जस्सी को गिरफ्तार किया गया। मनी ट्रेल का पीछा करते हुए पुलिस ने दिल्ली के रोहिणी से सावन रॉयल नामक शख्स को गिरफ्तार किया। इसी कड़ी में जांच करते हुए पुलिस ने इस ठग माडयूल के हैंडलर संदीप कुमार उर्फ रोहित को पंजाब के जिरकपुर से गिरफ्तार किया।
Gold के नाम पर ये है ठगी का नया तरीका
ऑनलाइन ‘गोल्ड ट्रेडिंग’ घोटाला लोगों को ठगने का एक नया तरीका है और यह घोटाला है। साइबर अपराधियों द्वारा आपराधिक साजिश के तहत चलाया जा रहा है। इस मॉड्यूल में घोटालेबाज लोगों को लुभाते हैं। शिकायतकर्ता ने व्हाट्सएप ग्रुप पर जीबीएल गोल्ड ऐप प्लेटफॉर्म के माध्यम से सोने के व्यापार में निवेश करने के लिए कहा।
जब कोई उनकी सलाह सही मान ट्रेडिंग में निवेश करता है उसके बाद निवेश, शिकायतकर्ता द्वारा अर्जित लाभ जीबीएल गोल्ड ऐप डिजिटल वॉलेट में दिखाया गया है लेकिन शिकायतकर्ता अपना पैसा नहीं निकाल सकते। इस मॉड्यूल में लेनदेन के लिए धोखाधड़ी वाले खातों का उपयोग किया जाता था। संदीप कुमार उर्फ रोहित इस मॉड्यूल का मुख्य हैंडलर है।
ये सब टेलीग्राम ऐप का उपयोग करके संपर्क में रहें। सैम गोस्वामी@ मंजीत गोस्वामी एवं जसकीरत सिंह उर्फ जस्सी खाते खोलने और खातों के संचालन को बनाए रखने का काम करते थे। इन लोगों ने इस घोटाले में सह अभियुक्त सावन रॉयल पुत्र हेमराज रॉयल के साथ आपराधिक साजिश रची। पुलिस ने इनके पास से भारी मात्रा में सिम कार्ड, मोबाइल, लैपटाप और कैश पैसे बरामद किए हैं। एप्प की डिजायनिंग में चीन के किसी कंपनी का शामिल होना बताया गया है।
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