नकली नोट का जखीरा वाया नेपाल या बांगलादेश दिल्ली में पहुंचाया जा रहा है। यह खुलासा नकली नोट के पकड़े गए एक तस्कर से पूछताछ में हुआ है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस तस्कर को सराय कालेखां बस अड्डे के पास से गिरफ्तार किया है। उसके पास से पांच सौ रुपये की शक्ल के 2.98 लाख कीमत के नकली नोट बरामद किए गए हैं।
स्पेशल सेल के डीसीपी जसमीत सिंह के मुताबिक अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह की टीम को नकली नोट के बारे में सूचना मिली थी कि नेपाल सीमा पर बसे मोतिहारी के रास्ते नकली नोट की तस्करी हो रही है। जांच में पता लगा कि रसूल आजम नाम का शख्स नकली नोट तस्करी का सिंडिकेट चला रहा है। 7 जनवरी को सूचना मिली की रसूल दिल्ली के सराय काले खां बस अड्डे के पास नकली नोट की खेप के साथ आएगा सूचना के आधार पर एसीपी अतर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर ईश्वर के नेतृत्व में एकआई रंजीत सिंह, संजीव कुमार, हेडकांस्टेबल अमित, देवेन्द्र डबास, कांस्टेबल हरविंदर, सचिन और शिशुकांत की टीम बनाई गई। पुलिस टीम ने जाल बिछाकर रसूल को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में पता लगा कि रसूल रसूल ने तीन लाख रु कीमत के नोट नेपाल से मंगाए थे। यही खेप सप्लाई करने वह दिल्ली आया था। रसूल पहले साल 2008 में भी नकली नोट के साथ गिरफ्तार हो चुका है। जमानत पर बाहर आने के बाद वह फिर से इसी धंधे में लग गया। इसके बाद साल 2011 में वह अपने एक साथी के साथ कोलकाता पुलिस के हत्थे चढ़ा। नोटबंदी के बाद कुछ दिनो तक नकली नोट की तस्करी पर लगाम लगा था मगर तस्कर सिंडिकेट फिर से सक्रिय हो गया है। रसूल से पूछताछ में पता लगा है कि बाजार में बिल्कुल असली से दिखने वाले नकली नोट तस्करी किए जा रहे हैं। संदेह है कि पिछले चार साल से नकली नोटों के सप्लायर फिर से सक्रिय हो गए हैं।
विभिन्न मामलों की जांच में पता लगा कि पाकिस्तान से चला नकली नोट खाड़ी देशों के माध्यम से पहले नेपाल या बांगलादेश लाया जाता है वहां से भारत में सप्लाई की जाती है।