साइकिल अभियान दिल्ली से द्रास तक जानिए पूरी बात

भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष होने के क्रम में भारतीय सेना और वायुसेना ने  दिल्ली से द्रास तक एक अनोखा साइकिल अभियान शुरू किया है। साइकिल दल में 20 सैनिक और वायु योद्धा शामिल हैं। इनका नेतृत्व सेना और वायुसेना की दो प्रतिभावान महिला अधिकारी कर रही हैं।

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साइकिल अभियान

भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष होने के क्रम में भारतीय सेना और वायुसेना ने  दिल्ली से द्रास तक एक अनोखा साइकिल अभियान शुरू किया है। साइकिल दल में 20 सैनिक और वायु योद्धा शामिल हैं। इनका नेतृत्व सेना और वायुसेना की दो प्रतिभावान महिला अधिकारी कर रही हैं। साइकिल अभियान को नई दिल्ली के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से सिग्नल ऑफीसर-इन-चार्ज तथा कोर ऑफ सिगनल्स के सीनियर कर्नल स्टाफ ऑफीसर ले.जन. एमयू नायर एवीएसएम, एसएम, और पश्चिमी वायु कमान के सीनियर एयर स्टाफ ऑफीसर एयर मार्शल आर राधिश एवीएसएम, वीएम ने संयुक्त रूप से झंडा दिखाकर रवाना किया। साइकिल दल को 24 दिनों में 1600 किलोमीटर का सफर पूरा करने का भारी कारनामा कर दिखाना है। यह अभियान 26 जुलाई, 2022 को द्रास स्थित करगिल युद्ध स्मारक पहुंचेगा। अभियान करगिल युद्ध के दौरान हमारे वीर बलिदानियों द्वारा दिये गये सर्वोच्च बलिदान के प्रति अकिंचन श्रद्धांजलि है।

अभियान का लक्ष्य

अभियान का प्रमुख लक्ष्य है कि राष्ट्रवाद के प्रति भारतीय युवाओं में ऊर्जा का संचार करना। यह काम साइकिल दल करेगा और इस दौरान वह रास्ते में अनेक स्थानों पर स्कूली बच्चों से बातचीत करेगा। इस कदम से देश के भावी नेतृत्वकर्ताओं में उत्साह और जोश पैदा होगा तथा उनकी ऊर्जा को सही दिशा मिलेगी। साइकिल दल का नेतृत्व कोर ऑफ सिगनल्स की मेजर सृष्टि शर्मा करेंगी। मेजर सृष्टि शर्मा दूसरी पीढ़ी की अधिकारी हैं, जिन्हें विभिन्न तकनीक आधारित गोपनीय अभियानों में योगदान देने के लिये 2019 में चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड स्टाफ कमेंडेशन कार्ड प्रदान किया गया था। इस समय वे दिल्ली में पोस्टेड हैं। उन्हें गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय आयोजनों के लिये वायु रक्षा संचार के क्षेत्र में योगदान देने पर 2021 में वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ कमेंडेशन कार्ड प्रदान किया गया था।

अभियान का नेतृत्व

भारतीय वायु सेना की तरफ से साइकिल दल का नेतृत्व स्कॉड्रन लीडर मेनका कर रही हैं, जिन्होंने अपने दस वर्षीय सेवाकाल के दौरान बीदर, ग्वालियर और देवलाली में लॉजिस्टिक्स अधिकारी के रूप में काम किया है। इस समय वे वायु सेना स्टेशन कलाईकुंड में तैनात हैं। उन्हें ग्वालियर वायु सेना स्टेशन में विभिन्न लॉजिस्टिक्स विषयों के फौरी समाधान और बेमिसाल सेवाओं के लिये 2016 में एयर ऑफीसर कमांडिंग-इन-चीफ सेंट्रल कमान कमेंडेशन कार्ड प्रदान किया गया था। वे खेलों की शौकीन हैं और उन्होंने भारतीय वायु सेना द्वारा आयोजित कई साइकिल अभियानों में हिस्सा लिया है।

अभियान का रूट

हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करने से पहले साइकिल दल पंजाब से गुजरेगा। लद्दाख की तरफ बढ़ते हुये अभियान दल को ऊंचाई वाले इलाकों की कड़ी चुनौतियों और ऑक्सीजन की कमी से जूझना होगा। इन चुनौतियों का सामना करने के लिये अभियान दल ने बहुत पहले ही अभ्यास शुरू कर दिया था, ताकि समय रहते दम-खम पैदा किया जा सके। उत्तरी कमान के जनरल ऑफीसर कमांडिंग-इन-चीफ ले.जन. उपेन्द्र द्विवेदी एवीएसएम द्रास से अभियान को झंडी दिखाकर आगे रवाना करेंगे।

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