दसवीं क्लास तक पढे़ एक जालसाज ने 400 लोगों के करोड़ो रुपये झटक लिए। राजस्थान के नीमराना में घर का सपना दिखाकर 400 लोगों को ठगने वाले दसवीं पास इस जालसाज प्रेम शंकर गुप्ता को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर लिया है। उसने नीमराना में हाउसिंग प्रोजेक्ट कंट्री गार्डन में निवेश करवाने के नाम पर लोगों से करोड़ रु ठग लिए थे। उसके खिलाफ देश के कई शहरो में मुकदमा दर्ज है।
आर्थिक अपराध शाखा के डीसीपी जितेन्द्र कुमार मीणा के मुताबिक फरीदाबाद निवासी सुरेश मनसुखानी ने ओम कृष्णा डेवलपर्स के निदेशक प्रेम शंकर गुप्ता उसकी पत्नी उर्मिला गुप्ता और बेटी दीक्षा गुप्ता के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि नीमराना में विकसित हो रहे प्रोजेक्ट कंट्री गार्डन मेंं फ्लाट देने के नाम पर उससे 10 लाख रु से ज्यादा ले लिए गए मगर तय समय पर ना तो प्लाट मिला ना ही प्रोजेक्ट डेवलप हुआ। जांच में पता लगा कि इस तरह के किसी प्रोजेक्ट को किसी तरह की सरकारी परमिशन मिला ही नहीं था। जांच में यह भी पता लगा कि प्रेम शंकर गुप्ता ने इस प्रोजेक्ट में प्लाट देने के नाम पर करीब 400 लोगों को चूना लगाया था। जांच के बाद 19 अक्टूबर 2018 को आर्थिक अपराध शाखा में मुकदमा दर्ज हो गया।
डीसीपी जितेन्द्र कुमार मीणा के मुताबिक मामले की जांच अब एसीपी घनश्याम की देखरेख में एसआई शुभेन्दु शर्मा, एसआई अमित कुमार सिंह, संजय कुमार, एएसआई अशोक, ओमपाल, महिला हवलदार सुशीला को सौंपी गई थी। जांच में किए गए भुगतान, प्रोपर्टी के कागजात आदि की जांच की गई। जांच में प्रेम शंकर गुप्ता उसकी पत्नी और बेटी की सक्रिय भूमिका पाई गई। पता चला कि प्रेम शंकर ने भोले भाले लोगों को नीमराना के प्रोजेक्ट में निवेश करने की लालच देने के लिए एजेंटों और विज्ञापनों की मदद ली थी। जबकि उसने इस प्रोजेक्ट के लिए किसी भी तरह की सरकारी मंजूरी नहीं ली थी और ना ही इसके लिए कोई आवेदन किया था। 4 सितंबर को प्रेम शंकर गुप्ता को गुरूग्राम से गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी पत्नी और बेटी अभी फरार हैं।
पुलिस के मुताबिक प्रेम शंकर गुप्ता केवल दसवीं पास है और आगरा का रहने वाला है। माता पिता की मौत के बाद दसवीं पास प्रेम दिल्ली आ गया और एक प्रोपर्टी डीलर के साथ काम करने लगा।7-8 साल बाद उसने गुप्ता प्रोपर्टीज के नाम से अपना काम शुरू कर दिया। तब वह दिल्ली के बुराड़ी में कारोबार करता था। प्रोपर्टी डीलिंग के साथ साथ उसने कंस्ट्रक्शन का काम भी शुरू किया था। इस काम में उसे मोटा मुनाफा भी हुआ। साल 2006 में उसने अपनी रियल एस्टेट कंपनी बना ली।
दसवीं पास जालसाज प्रेम शकंर गुप्ता के खिलाफ सात मामले दर्ज हैं। रेवाड़ी में दर्ज एक मामले में उसे फरार भी घोषित किया जा चुका है।