रायपुर, इंडिया विस्तार। आपने कई तरह के म्यूजियम औऱ खजाने देखे होंगे। लेकिन हम आपको बिल्कुल अलग तरह का खजाना या यूं कहें कि म्यूजियम का परिचय देने जा रहे हैं। तरह-तरह के रेडियो वाले इस संग्रह में 500 रेडियो हैं। ब्रिटीश काल से लेकर आज तक के तरह तरह के मॉडल वाले रेडियो। इस अनोखे अलग तरह के संग्रह के मालिक हैं मनोहर डींगवानी।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के रहने वाले मनोहर डींगवानी की रेडियो के प्रति ऐसी दीवानगी है कि उन्होंने अपने ही घर पर रेडियों का खजाना संजो रखा है। कहते हैं ना कि शौक बड़ी चीज होती है। हर शख्स को किसी न किसी चीज का शौक होता है। कई लोग अपने शौक को जुनून भी बना लेते हैं और उनका यही जुनून उन्हें दुनिया की भीड़ से अलग कर देता है। रायपुर के रावणभाटा में रहने वाले मनोहर डींगवानी के पास दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी रेडियो लाइब्रेरी है।
मनोहर डींगवानी ने अपने घर को ही रेडियो लाइब्रेरी बना दिया है। यहां आज 500 से ज्यादा अलग-अलग मॉडल के रेडियो मौजूद हैं। इस लाइब्रेरी में भारत की आजादी से पहले के कई रोडियो रखे हैं। जो आज भी चलते हैं। मनोहर डींगवानी बताते हैं, उनके पास ऐसे कई रेडियो हैं, जो अंग्रेजों के जमाने के हैं। 1968 से उनकी रेडियो की प्रति ये दीवानगी जारी है। वो हर रोज 2 घंटे इन रेडियो के रख-रखाव के लिए देते हैं। उन्होंने बताया कि ‘उनकी कोशिश रहती है की वे ज्यादा से ज्यादा रेडियो हर दिन चालू करके देखें।
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