नई दिल्ली, इंडिया विस्तार। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नकली नोट की खेप के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इस गैंग ने नकली नोटों की सप्लाई के लिए दो नए रूट बनाए थे। दरअसल आरोपी नकली नोटों की खेप नेपाल और बांग्लादेश के जरिए दिल्ली एनसीआर में सप्लाई कर रहे थे। इन्हें एसीपी अतर सिंह यादव की देखरेख में बनी इंस्पेक्टर ईंश्वर सिंह की टींम ने गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक यह गैंग पिछले 7 से 8 साल से नकली नोट का सप्लाई कर रहा था।
इस गैंग के पास से 8 लाख 48 हज़ार के नोट बरामद किए है। सभी नोट दो दो हज़ार के है स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुमार कुशवाहा के मुताबिक पकड़े गए नोटो की इतनी बारीकी से प्रिंटिंग हुई है कि एक आम आदमी ये पता नही लगा सकता है कि नोट असली है या नकली। आरोपियों से पूछताछ के बाद ये पता चला है की ये मॉड्यूल दो रूटों के जरिये नकली नोटों की खेप को दिल्ली एनसीआर लाया जाता है।
पहला बांग्लादेश से मालदा होते हुए देल्ली एनसीआर आता था। जबकि इनका दूसरा रुट नेपाल बिहार होते हुए दिल्ली है। इस मामले में स्पेशल सेल की टीम ने सबसे पहले 21 नवम्बर को शरीफफूल को गिरफ्तार किया उससे पूछताछ के बाद फारुख को गिरफ्तार किया गया जो एनसीआर में नोटों की सप्लाई में मुख्य किरदार कि भूमिका निभाता था। शरीफफूल बांग्लादेश वाले रूट के जरिये नोटो की सप्लाई करता है। इन की निशानदेही पर वहीं आसिफ राज ओर मुख्तयार अहमद को दबोचा गया। इनके पास से दो लाख 48 हज़ार के नकली नोट मिले है ये नेपाल के रास्ते नकली नोट दिल्ली लाते थे। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 60 और 40 के अनुपात में लेन देन होता था। यानी 100 रुपये के नकली नोट के 60 रुपये लेते थे। फिलहाल पुलिस इस गिरोह के और लोगो की तलाश कर रही है