लखनऊ, इंडिया विस्तार। लखनऊ स्थित पीजीआई अस्पताल में रोबोटिक सर्जरी होगी। आज इस सर्जिजरी केंद्र का उद्घाटन चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने संस्थान में आयोजित एक समारोह में किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मैं ईश्वर से कामना करता हूं कि मरीजों को यहां आना ना पड़े लेकिन फिर भी मानव शरीर है यह सुविधा मरीजों के लिए ही की जा रही है जिससे वह यहां आकर लाभ ले सके और पूरी तरह स्वस्थ होकर जाएं और एसजीपीजीआई की प्रशंसा करें।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार के द्वारा संचालित टेरेट्री केयर कैंसर सेंटर योजना के तहत यह उपकरण पीजीआई को दिया गया है। इसके तहत अन्य राज्यों के भी मरीजों को भी कम खर्च में बेहतरीन चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी। यह रोबोटिक मशीन कैंसर की पहचान कर उसका इलाज करने में सक्षम है। इसकी कुल लागत 30 करोड़ रुपए है, जिसका 60% केंद्र सरकार और 40% अंशदान राज्य सरकार ने दिया है। गौरतलब है कि पीजीआई प्रदेश का पहला ऐसा संस्थान है जो रोबोटिक सर्जरी का केंद्र बन गया है।
इस सुविधा का प्रयोग सबसे पहले पीजीआई के चार विभागों जिनमें यूरोलॉजी, एंडोक्राइन सर्जरी, गैस्ट्रो सर्जरी एवं सीवीटीएस द्वारा करना शुरू किया गया है। इसके लिए संस्थान के आठ शल्य चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया गया है। इसके द्वारा किए गए शल्य चिकित्सा में मरीजों को दर्द एवं संक्रमण का खतरा भी कम होगा और शरीर से खून का रक्तस्राव भी कम हो सकेगा। इस सर्जरी के माध्यम से मरीजों को इंडोक्राइन, कार्डियक, सिर एवं गले, अंग प्रत्यारोपण यूरोलॉजिकल एवं गाइनको सर्जरी में विशेष रूप से लाभ मिल पाएगा। कार्यक्रम के अंत में पीजीआई के निदेशक राजीव कपूर ने चिकित्सा मंत्री एवं पीजीआई स्टाफ आदि को बेहतरीन सुविधाएं प्रदान करने के लिए धन्यवाद देते हुए शुभकामनाएं भी दी।