नई दिल्ली, इंडिया विस्तार। बीती रात एक बार फिर दिल्ली का बेरहम चेहरा सामने आया जब एक घायल ऑटो चालक को तड़पता देख अस्पताल ले जाने की बजाय लोग वीडियो बनाते रहे.। मामला दिल्ली के कनॉट प्लेस का है जहां एक ऑटो चालक को चार लड़को ने चाक़ू मारकर कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। बाद में उसे गश्त कर रहे पुलिसकर्मी ने किसी तरह अस्पताल पहुंचाया जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक़ घटना रात करीबन 11 -25 बजे की है। खानपुर से चार लड़कों ने एक ऑटो किराए पर कनॉट प्लेस तक के लिए लिया। रास्ते में अतिरिक्त सवारी औऱ नाइट चार्ज को लेकर ऑटो चालक जहांगीर की बहस हो गई।
बहस कुछ ही देर मेे झगड़े में बदल गया तब तक वो लोग केजी मार्ग पहुंच चुके थे। पता चला है कि ऑटो में बैठे लड़कों में से एक ने चाकू निकाल कर जहाँगीर पर हमला कर दिया। जहाँगीर के छाती पर दो बार वार करने के बाद चारो वहाँ से भाग निकले। घायल अवस्था मे जहाँगीर ऑटो से गिर गया। वहाँ मैजूद लोगो ने जहँगीर को अस्पताल पहुचाने की बजाय उसका वीडियो बनाते रहे। लेकिन रतन सिंह नाम का एक शख्स ने पुलिस को फ़ोन कर जानकारी दी।जिसके बाद पुलिस ने जहँगीर को पीसीआर में बैठा कर आरएमएल अस्पताल ले गए। जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उधर पुलिस आरोपी को ढूंडने में जुट गई तभी एक स्थानीय नागरिक की मदद से एक आरोपी को पुलिस ने पकड़ा उसके हाथ मे हमले में इस्तेमाल चाकू भी था जिससे पूछताछ के बाद तीन ओर आरोपियों को पकड़ा गया। पूछताछ में पता चला कि चारो नाबालिक है।उम्र 17 से साढ़े 17 के बीच की है।आरोपियों ने बताया कि खानपुर से इंडिया गेट आने के लिए 100 रुपया किराया तय हुआ था।लेकिन जहँगीर 120 नाईट चार्ज के रूप में माग रहा था इसी बात की लेकर झगड़ा हुआ था। वही जहँगीर के रिश्तेदार का कहना है कि जहँगीर ओखला इलाके में रह रहा था।पिछले 8 साल से दिल्ली में ऑटो चला रहा था। मूल रूप से पश्चिम बंगाल के मालदा का रहने वाला है। उसके घर में चार छोटे छोटे बच्चे है। इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस दिल्ली वासियो से अपील कर रही है कि अगर कोई शख्स घायल अवस्था मे दिखे तो मदद करे।पुलिस कभी परेशान नही करती। पुलिस उन लोगो को हर संभव मदद करेंगी। जो घायलों को अस्पताल पहुँचाएगी। दिल्ली पुलिस का ये भी कहना है कि आरोपियों की उम्र 16 साल से ज्यादा है।इएलिये कोर्ट से अपील करेंगी सभी को माइनर की जगह मेजर आरोपी की तरह ट्रीट किया जाए।