बृहस्पतिवार के दिन विष्णु भागवान की करें अराधना

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सप्ताह का हर दिन कोई न कोई भगवान को समर्पित हैं और उस दिन उनकी पूजा-पाठ करने से लोगों को विशेष लाभ मिलता हैं। ऐसे ही गुरुवार का दिन भगवान बृहस्पति का होता है और इस दिन उनकी पूजा का विधान है। वहीं इस दिन मां लक्ष्मी और और विष्णु भगवान की साथ में पूजा करने से परिवार में सुख समृद्धि आती है। जिनके विवाह में देरी हो रही है, उनके लिए भी गुरुवार का व्रत बेहद शुभ माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि अगर आप 1 साल में गुरुवार का व्रत करते हैं तो आपके घर में कभी भी पैसे रुपयों की कमी नही होती और आपका पर्स कभी खाली नही होता।

बृहस्पतिवार व्रत पूजा विधि

गुरुवार के दिन स्नानादि करके भगवान विष्णु की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें। अब भगवान विष्णु को पीले वस्त्र, पीले फूल और हल्दी अर्पित करें। इसके साथ भगवान विष्णु को गुड़ और चना का भोग लगाएं। हल्दी में जल मिलाकर भगवान का अभिषेक करें और हाथ में गुड़ और चना लेकर गुरुवार व्रत कथा का पाठ करें। अंत में आरती करने के बाद आप फल का सेवन कर सकते हैं।

बृहस्पतिवार व्रत कथा

बहुत समय पहले एक प्रतापी और दानी राजा एक नगर में राज करता था। वह गुरुवार का व्रत रखता था और जरूरतमंदों की मदद करता था। दान-पुण्य करने में वह कोई कमी नहीं छोड़ता था। लेकिन उसकी पत्नी को यह सब पसंद नहीं था। एक दिन राजा शिकार खेलने गया तभी उसके घर में बृहस्पति देव साधु बनकर आए। रानी ने साधु से कहा कि वह दान-पुण्य से तंग आ गई है, इसलिए वह कोई ऐसा उपाय बताएं जिससे घर में रखा सारा धन नष्ट हो जाए। रानी की बात सुनकर बृहस्पति देव ने कहा कि तुम्हें इस धन का उपयोग अच्छे कार्यों में करना चाहिए ताकि तुम्हारे दोनों लोक सुधर जाएं। ‌लेकिन रानी ने कहा कि उसे इस धन की आवश्यकता नहीं है जिसे संभालने में उसका सारा समय खत्म हो जाता है।

Disclaimer-उपरोक्त आलेख विभिन्न माध्यमों से मिली जानकारी के आधार पर लिखी गई है। indiavistar.com इसके सत्यता की पुष्टि नहीं करता।

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