नई दिल्ली, इंडिया विस्तार। यह सत्य कहानी एयर इंडिया में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले बंटी,
बबली औऱ वो की है। इस गिरोह ने देश भर के युवाओं से एयर इंडिया के नाम पर लाखो रुपये की ठगी की है।
साउथ वेस्ट दिल्ली के साइबर सेल ने एक युवती सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर इस फर्जी जॉब रैकेट का
भांडाफोड़ किया है। एयर इंडिया में नौकरी दिलाने का यह रैकेट फर्जी विज्ञापनों के जरिए चल रहा था। गिऱफ्तार आरोपियों की पहचान शाहदाब मलिक, कुमुद रंजन कमलेश उर्फ मनीष कमलेश और प्रियंका गोस्वामी के
रूप में हुई है।
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ठगी की शिकार हुई महिला
पुलिस के मुताबिक पालम निवासी महिला अन्वेशा गुप्ता ने शिकायत की थी कि कोरोना महामारी के कारण
जोमैटो से नौकरी छूट गई थी। वह नई नौकरी की तलाश में थी उसी समय एयर इंडिया के ईमेल से उसे मेल मिला।
मेल में एयर इंडिया में नौकरी के मौके की बात कही गई थी। मेल में लिखे शर्तों के मुताबिक अन्वेशा ने अपना
बाटोडाटा और मेल में उल्लेख शर्त के मुताबित 1875 रुपये जमा कर दिए। इसके बाद उन्हें ऑफर लेटर मिला।
इस ऑफर लेटर में उन्हें ड्रेस, वेरीफिकेशन शुल्क आदि के रुप में पैसे जमा कराने के लिए कहा गया। इस तरह जालसाजों ने उनसे 71, 875 रुपये ठग लिए। पालम में दर्ज इस मामले की जांच में साइबर सेल से मदद मांगी गई थी। एसीपी अभिनेंद्र जैन की देखरेख औऱ साइबर सेल के इंचार्ज इंस्पेक्टर रमण कुमार के नेतृत्व में एस आई नीरज यादव, संदीप सुथर, हेडकांस्टेबल डाल चंद, कांस्टेबल सोनू, महिला कांस्टेबल आशा और पूनम की टीम ने मामले की जांच शुरू की।
फर्जी दस्तावेज
एयर इंडिया में नौकरी दिलाने का रैकेट चलाने वाले आरोपियो के मोबाइल डिटेल्स, बैंक खातों की जांच की गई तो पता लगा कि सभी बैंक खाते औऱ मोबाइल फोन नंबर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लिए गए थे। पुलिस को यह भी पता लगा कि शाहदाब पहले उत्तराखंड में इसी तरह के अपराध में गिरफ्तार हो चुका है। आरोपियो की गिरफ्तारी के लिए पालम थाने के एएसआई जगत, मुकेश, हेडकांस्टेबल महेश प्रताप और विशाल के साथ साइबर सेल की टीम ने संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर मयुर विहार फेज 3 से कुमुद कमलेश को गिरफ्तार किया। कुमुद कमलेश पहले भी शाहदाब के साथ गिरफ्तार हो चुका है। उसकी निशानदेही पर शाहदाब को नोएडा सेक्टर 12 से गिरफ्तार किया गया। प्रियंका उसके साथ पत्नी की तरह रह रही थी। प्रियंका एयर इंडिया कि एचआऱ अफसर बनती थी। उस समय वह अपना नाम पायल शर्मा और अदिति मेहरा रख लेती थी।
इस तरह होती थी ठगी
जांच में पचा लगा कि शाहदाब मलिक औऱ उसके साथियों ने जॉब पोर्टल www.shine.com पर नियोक्ता का खाता खोल लिया था। गैंग इस साइट पर नौकरी तलाश करने वालों का ईमेल आदि इकट्ठा करता था। प्रियंका का कांम आवोदकों को समझा बुझा कर पैसे जमा करवाना था। कुमुद कमलेश ने दो आधार कार्ड बना रखे थे। फर्जी नाम से बने इन आधार कार्ड की बदौलत उसने कई सिम ले रखे थे। इसी तरह बैंक खाते भी खोले गए थे। अभी तक एक दर्जन बैंक खातो का पता लगा है। पता चला है कि इन खातो में देश भर के नौजवानों के पैसे जमा करवाए गए।