Chinese Manjha-चीनी मांझे के खिलाफ दिल्ली पुलिस (Delhi police) ने अनोखा अभियान शुरू किया है। इस अभियान से करीब 15 हजार स्कूली छात्र जुड़ चुके हैं। इसे शपथ अभियान का नाम दिया गया है। इस अभियान की शुरूआत दिल्ली की आउटर दिल्ली पुलिस ने की है।
चीनी मांझे के खिलाफ शपथ
चीनी मांझे के खिलाफ शपथ अभियान की शुरूआत बाहरी दिल्ली पुलिस ने स्कूलो में जागरूकता कार्यक्रम के जरिए शुरू किया। कार्यक्रम के दौरान छात्रों को चीनी मांझे के नुकसान के बारे में जागरूक किया गया और सिंथेटिक मांझे का उपयोग न करने की शपथ दिलाई गई। बाहरी दिल्ली डीसीपी हरेन्द्र सिंह के निर्देश पर सामुदायिक पुलिस शाखा/बाहरी जिला के प्रभारी ए.एस.आई. मनीष मधुकर के नेतृत्व में सामुदायिक पुलिस शाखा, बाहरी जिला (संपर्क) के कर्मचारियों ने 15 से अधिक सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों का दौरा किया और स्कूल के प्रिंसिपल/एचओएस से संपर्क किया और असेंबली के समय में शपथ समारोह आयोजित किया। इस उपक्रम में 10,000 से अधिक छात्र/छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान पुलिस मुख्यालय द्वारा तैयार किया गया प्री रिकॉर्डेड ऑडियो संदेश भी सुनाया गया तथा सभी विद्यार्थियों को चाइनीज मांझे के प्रयोग से होने वाली घटनाओं के माध्यम से इसके दुष्परिणाम से भी अवगत कराया गया।
इसके अतिरिक्त, एक सरकारी वाहन को जागरूकता अभियान के लिहाज से लाऊड स्पीकर से सुसज्जित कर तैयार किया गया है जो रोजाना जिले के सभी व्यस्त बाज़ारों, कोलोनियों में घूम घूम कर जागरूकता का संचार कर रही है| इस कार्यक्रम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि लोग पाउडर वाले कांच से लेपित चीनी मांझे का उपयोग न करें क्योकि यह न केवल मानव मात्र के लिए अपितु आकाश में पक्षियों के लिए भी हानिकारक हो सकता है क्योंकि इसमें पक्षी उलझ जाते हैं और उन्हें गंभीर रूप से घायल कर देते हैं। इसलिए छात्रों को सिंथेटिक/चीनी मांझे के बजाय स्थानीय हस्तनिर्मित सूती धागे का उपयोग करने के बारे में जागरूक किया गया।