ऐशोआराम जिंदगी जीने के लिए पति को छोड़ा, ड्रग तस्करी में धरी गई

एक महिला ने ऐशोआराम की जिंदगी जीने के लिए पति को तलाक दे दिया। तलाक देते समय उसने अपने मासूम बेटी की भी परवाह नहीं की। दिल्ली की उत्तरी जिला पुलिस के नारकोटिक्स सेल ने इस महिला को एक दूसरे शख्स के साथ नशे की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है।

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ऐशोआराम के लिए पति
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एक महिला ने ऐशोआराम की जिंदगी जीने के लिए पति को तलाक दे दिया। तलाक देते समय उसने अपने मासूम बेटी की भी परवाह नहीं की। दिल्ली की उत्तरी जिला पुलिस के नारकोटिक्स सेल ने इस महिला को एक दूसरे शख्स के साथ नशे की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से 3.6 किलो अफीम बरामद की गई है।

ऐशोआराम की जिंदगी के लिए पति को छोड़ने वाली महिला पुलिस गिरफ्त में

उत्तरी दिल्ली पुलिस उपायुक्त सागर सिंह कलसी के मुताबिक एसीपी धर्मेन्द्र कुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर सुरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में एसआई दिनेश, एएसआई नंदू किशोर, संजीव, दिनेश, हेडकांस्टेबल प्रवीण सैनी, बाल कृष्ण, राकेश, रविन्द्र ढाका, महिला हेडकांस्टेबल सपना, कांस्टेबल विक्की, गुरप्रीत, आशीष और महिला सिपाही सैनकी की टीम को इलाके में होने वाली ड्रग तस्करी पर रोक के लिए लगाया गया था। 6 दिसंबर को महिला हवलदार सपना को ओल्ड वजीराबाद ब्रिज के पास ड्रग तस्करी की गतिविधि हो रही है। सूचना के आधार पर छापेमारी की गई और शबाना खतून नामक महिला को बिलाल के साथ पकड़ा गया। उनके कब्जे से 3.6 किलो अफीम बरामद की गई।

पूछताछ में शबाना ने बताया कि उसकी शादी 2018 में वजीर अंसारी से हुई थी। वह पति के साथ झारखंड से हरियाणा आ गई। दोनों को एक बेटी भी हुई। शबाना का पति पानीपत में मजदूरी का काम करता था और उसकी कमाई काफी कम थी। मगर शबाना ऐशोआराम की जिंदगी जीना चाहती थी। इसी वजह से उसने वजीर को तलाक दे दिया और दिल्ली के करावल नगर में रहने लगी। यहीं उसे कपड़े की फैक्टरी में काम मिल गया। लेकिन ऐशोआराम भर के पैसे यहां से भी नहीं कमा पा रही थी, इसलिए वह मोटी कमाई की जुगाड़ में जुट गई। इसी मौके पर उसकी मुलाकात गौरव और गुरूजी नाम के शख्स से हुई। ये दोनो उसे ड्रग तस्करी के धंधे में ले आए। वह दिल्ली के कई हिस्सो में अफीम की सप्लाई करने लगी। उसके साथ पकड़ा गया बिलाल भी इसी तरह अफीम सप्लाई करता था।

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