Bihar Facts-22मार्च को बिहार स्थापना दिवस है। बिहार के बारे में जानना जरूरी है इसलिए indiavistar आज से बिहार के बारे में कुछ तथ्यों की श्रृंखला आपके सामने पेश है। सबसे पहले नामकरण की 12 वीं सदी में बौद्ध विहारों की बहुलता के कारण इस प्रांत का नाम बिहार पड़ा। बौद्ध अनुयायियों के प्रार्थना स्थल को विहार कहा जाता था। इनमें बौद्ध भिक्षु निवास करते थे। 12 मार्च 1911 को दिल्ली दरबार में बिहार प्रांत बनाने की घोषणा हुई। 22 मार्च 1912 ई. को बिहार (उड़ीसा सहित) प्रांत गठन की अधिसूचना की गई।
Bihar Facts Details
बिहार – कब कौन सा राज्य अलग हुआ
1 अप्रैल 1912 को उड़ीसा सहित बिहार का गठन हुआ। 1 अप्रैल 1936 को उड़ीसा अलग राज्य बन गया। 15 नवंबर 2000 को अंतिम विभाजन हुआ। 46 प्रतिशत भू-भाग के साथ झारखंड 28 वां राज्य बना। क्षेत्रफल के हिसाब से बिहार देश का 12वां बड़ा राज्य है। जनसंख्या के हिसाब से यह तीसरा बड़ा राज्य है। यहां 243 विधानसभा और 40 लोकसभा संसदीय क्षेत्र हैं। बिहार के उत्तर में नेपाल, दक्षिण में झारखंड, पूर्व में पश्चिम बंगाल और पश्चिम में उत्तर प्रदेश स्थित है।
बिहार -राजकीय चिन्ह
राजकीय चिन्ह बोधि वृक्ष है, राजकीय पेड़ पीपल, राजकीय फूल गेंदा, राजकीय पशु बैल और पक्षी गोरैया और राजकीय मछली मांगुर है।
प्राचीन बिहार
प्राचीन बिहार के इतिहास को जानने के लिए दो प्रकार के माध्यमों का इस्तेमाल किया गया है। इनसे पता लगता है कि पाषाण काल में यहां के लोग आखेटक औऱ खाद्य संग्राहक थे। दक्षिण बिहार में मुंगेर एवं नालंदा से बड़े और खुरदरे पत्थर के कुल्हाड़ी, चाकू, खुर्पी आदि प्राप्त हुए हैं। ये अवशेष लगभग 1 लाख ई. पू. के हैं। मध्य पाषाण काल में यहां के लोग आखेटक औऱ खाद्य संग्राहक के साथ साथ पशुपालक भी बन चुके थेष पहला पालतु पशु कुत्ता को बनाया गया था। दक्षिण बिहार में मुंगेर से छोटे आकार के तेज धार वाले औजार प्राप्त हुए हैं जो 40,000 से 10,000 ई. पू. के हैं। नवपाषाण काल में बिहार के लोग खाद्य उत्पादक हो चुके थे। नवपाषाण काल के अवशेष बिहार के मौदानी भागों से प्राप्त हुए हैं। कैमूर की पहाड़ियों, नवादा औऱ जमुई में गुफा चित्र प्राप्त हुए हैं। ये अवशेष लगभग 2500 ई. पू. के हैं।
बिहार स्थापना के कल कुछ औऱ तथ्य